Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 01:32 PM
ई.एस.आई. अस्पताल की एक नर्स ने चंद पैसे के कथित लालच में आकर अपने घर में ही गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी करवाने का प्रयास किया, जिसमें जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। पुलिस ने नर्स को हिरासत में लेकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर...
लुधियाना(महेश): ई.एस.आई. अस्पताल की एक नर्स ने चंद पैसे के कथित लालच में आकर अपने घर में ही गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी करवाने का प्रयास किया, जिसमें जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। पुलिस ने नर्स को हिरासत में लेकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका की पहचान 22 वर्षीय शीलू देवी वासी बिहार के जिला सहरसा रूप में हुई है और यहां सलेम टाबरी के अशोक नगर इलाके में अपने पति संतोष के साथ रहती थी। संतोष एक हौजरी में काम करता है।
संतोष ने बताया कि नर्स द्वारा उसे आश्वासन दिया गया था कि अस्पताल की बजाय वह उसकी पत्नी की अपने ही घर नॉर्मल डिलीवरी करवाएगी, जिसके लिए वह 5,000 रुपए लेगी।शनिवार को डिलीवरी के लिए नर्स ने उसे अपने घर चैकअप के लिए बुलाया। चैकअप करने के बाद नर्स ने उसके पत्नी के कुछ टैस्ट और स्कैन करवाने को कहा, जो उसने करवाकर नर्स को रिपोर्ट दिखा दी। रिपोर्ट चैक करने के बाद नर्स ने उससे कहा कि उसकी पत्नी के शरीर में पानी की कमी है, जिस कारण इसे ग्लूकोज चढ़ाना पड़ेगा। वह रविवार सुबह उसे उसके घर पर लेकर आए। संतोष ने बताया कि आज प्रात: करीब 8 बजे उसे नर्स का फोन आया। इस पर वह उसे ग्रीनलैंड के पीछे अमन नगर स्थित नर्स के घर पर ले गया, जहां नर्स ने उसकी पत्नी को ग्लूकोज की 2 बोतलें लगाईं और शाम को करीब 6 बजे नर्स ने उसकी पत्नी की डिलीवरी करवाने की तैयारी शुरू कर दी।
संतोष का आरोप है कि नर्स की कथित लापरवाही से डिलीवरी दौरान दम घुटने से उसके बच्चे की मौत हो गई। इस दौरान महिला की तबीयत बिगडऩे पर नर्स ने उसकी पत्नी को एक इंजैक्शन भी दिया, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो नर्स ने उन्हें तुरंत शीलू को बड़े अस्पताल ले जाने को कहा। इस पर नर्स व नर्स के बेटे ने खुद ही आटो का प्रबंध किया और उसकी पत्नी को आटो में डालकर 30 फुटा रोड पर कंचन अस्पताल ले गए। जहां 5 मिनट बाद डाक्टरों ने उसकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। तब नर्स ने उसे पत्नी की लाश वहां से ले जाने को कहा लेकिन उसे मना कर दिया और अपने जानकारों व पुलिस को बुला लिया। कंचन अस्पताल की डाक्टर कंचन खेड़ा ने बताया कि शाम करीब 7.30 व 8 बजे जब महिला को उनके अस्पताल लाया गया तो उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी। उन्होंने चैकअप करने के तुरंत बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना की सूचना पाकर ए.एस.आई. सुखपाल सिंह पुलिस पार्टी के साथ पहुंचे, जिन्होंने नर्स को हिरासत में ले लिया और थाने ले आए। थाना प्रभारी इंस्पैक्टर अमनदीप सिंह बराड़ का कहना है कि पीड़ित परिवार के बयान लिए जा रहे हैं जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जच्चा-बच्चा के शवों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भेज दिया गया है। सोमवार को उनका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।