Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 12:01 PM
स्वच्छता अभियान की ओर से लोगों को सफाई के लिए जागरूक करने में व्यस्त राजनीतिज्ञ व प्रशासकीय अधिकारी संभवत: अस्त-व्यस्त हुई नगर निगम की कार्य प्रणाली से बेखबर ही प्रतीत होते हैं। बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया, पेचिश इत्यादि बीमारियों से बचाव हेतु...
फगवाड़ा (अशोक): स्वच्छता अभियान की ओर से लोगों को सफाई के लिए जागरूक करने में व्यस्त राजनीतिज्ञ व प्रशासकीय अधिकारी संभवत: अस्त-व्यस्त हुई नगर निगम की कार्य प्रणाली से बेखबर ही प्रतीत होते हैं। बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया, पेचिश इत्यादि बीमारियों से बचाव हेतु सतर्कता पग उठाने के लिए जिम्मेदार नगर निगम फगवाड़ा संभवत: स्वयं ही बीमार पड़ा है।
सुनसान पड़ी रहती है ‘बापू की प्रतिमा’
नगर निगम की जर्जर हो रही बिल्डिंग के ऊपर वृक्ष उगने शुरू हो चुके हैं तो निगम परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा गंदगी के ढेरों में मिट्टी से लिपटी दिखाई देती है, संभवत: उक्त प्रतिमा की सफाई केवल गांधी जी के जन्मदिन 2 अक्तूबर व उनके बलिदान दिवस 30 जनवरी को ही की जाती है, अन्यथा पूरा वर्ष ‘बापू की प्रतिमा’ सुनसान पड़ी रहती है। निगम परिसर के साथ लगते पार्क में ढेर निगम के सफाई प्रबंधों को धिक्कारते नजर आते हैं। इतना ही नहीं पार्क में से कुछ वृक्षों भी काटा गया है।
फंडों और कर्मचारियों की कमी से जूंझ रहा है निगम
सम्पर्क करने पर नगर निगम के कमिश्नर दविंद्र सिंह ने स्पष्ट कहा कि निगम कार्यालय में एक सफाई सेवक है, जबकि निगम के पास 200 स्थायी व 60 अस्थायी सफाई कर्मचारी हैं जबकि निगम को 550 कर्मचारियों की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि फंडों की कमी से शहर में अनेक विकास कार्य ठप्प पड़े हैं जबकि पैप्सू सड़क परिवहन निगम के फगवाड़ा बस स्टैंड की तरफ ही हाऊस टैक्स/प्रापर्टी टैक्स के 1.29 करोड़ रुपए बकाया हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि निगम की विगत सितम्बर के बाद मीटिंग न हो सकने से भी अनेक कार्य पैंडिंग हो रहे हैं व शीघ्र मीटिंग बुलाने के लिए मेयर को लिखा गया है।