Edited By Updated: 07 Dec, 2016 05:29 PM
पंजाब सरकार द्वारा करोड़ों रुपए प्रसूति सेहत सुविधाओं पर खर्च करने के बावजूद गर्भवती महिलाओं को समय पर डाक्टरी सहायता न मि
बुढलाडा (बांसल): पंजाब सरकार द्वारा करोड़ों रुपए प्रसूति सेहत सुविधाओं पर खर्च करने के बावजूद गर्भवती महिलाओं को समय पर डाक्टरी सहायता न मिलने कारण एक महिला पेट में पल रहे 2 बच्चों समेत मौत के आगोश में समा गई।
जानकारी के अनुसार मजदूरी करने वाले कृष्ण कुमार की पत्नी सीता देवी (27) 8 माह की गर्भवती थी एवं उसके पेट में 2 बच्चे पल रहे थे। आथिक तंगी के कारण गर्भवती सीता देवी जरूरी प्रसूति सहूलियत लेने में असमर्थ थी। बीती रात वार्ड नंबर 11 में रहते कृष्ण कुमार की पत्नी ने दर्द की शिकायत पति से की, मगर वह घर में ही सुबह होने का इंतजार करता रहा। दर्द ज्यादा होने के कारण सुबह सीता देवी को उसका पति मोटरसाइकिल पर बिठाकर अस्पताल में ले गया जहां कुछ समय बाद डाक्टर ने उसे और उसके पेट में पल रहे दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति कृष्ण कुमार को 108 एम्बुलैंस संबंधित जानकारी ही नहीं थी, जबकि हर गर्भवती महिला के साथ आशा वर्करों का तालमेल होता है फिर भी एक महिला की सिविल अस्पताल के द्वार पर मौत होना सेहत विभाग के लिए चिंता का विषय है।
क्या कहना है डाक्टर का : बुढलाडा के डा. पुष्विंद्र कुमार ने इस दुखदायी घटना पर अफसोस प्रकट करते कहा कि सरकार की ओर से जारी सेहत सहूलियतों का प्रचार करने के बावजूद लोगों में सेहत सहूलियतों की अज्ञानता है।