Edited By Updated: 05 Dec, 2016 12:59 PM
आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का सपना साकार कर ही गए।
अमृतसरः आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का सपना साकार कर ही गए। सुखबीर की इच्छा थी कि हार्ट ऑफ एशिया में गुरुनगरी आने वाले पी.एम. पंजाब सरकार की 72 करोड़ की लागत से तैयार की गई हेरिटेज स्ट्रीट जरूर देखें।
सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते ये संभव नहीं था और माना जा रहा था कि पी.एम. मोदी अपनी गाड़ी से ही हेरिटेज स्ट्रीट की आलौकिक छटा देखेंगे। शनिवार रात जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी श्रीदरबार साहिब में नतमस्तक होने पहुंचे तो वे चौक फव्वारा में स्ट्रीट देखने के लिए गाड़ी से उतर गए। गाड़ी से उतरते ही सबसे पहले मोदी और गनी महाराजा रणजीत सिंह की 40 फुट ऊंची प्रतिमा के आगे गले मिले और वहां से उन्होंने हेरिटेज स्ट्रीट में पैदल चलना शुरू कर दिया। दोनों फिर जलियांवाला बाग के बाहर लगी संगमरमर से बनी 'शहीदी मशाल' के आगे रुके, फोटो खिंचवाई और फिर बाग से श्री दरबार साहिब की ओर चलना शुरू कर दिया। इन दौरान उन्होंने करीबी से गुलाबी पेंट व जाली वर्कर से सजाए गए दुकानों व इमारतों के फसाड़ (इमारतों)के फ्रंट को भी नहारा ।
मोदी व गनी इसी तरह गोल्डन प्लाजा तक गए। इतना ही नहीं श्री दरबार साहिब के सूचना केंद्र के बाहर जब मुख्यमंत्री प्रकश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने उनका स्वागत किया तो उन्होंने सुखबीर को कहा भी कि आपका हेरिटेज स्ट्रीट दिखाने का सपना मैंने पूरा कर दिया है।
श्री दरबार साहिब के सूचना केंद्र पर पी.एम. मोदी के स्वागत में खड़े सुखबीर बादल को जैसे ही पता चला कि मोदी पैदल हेरिटेज स्ट्रीट देख रहे है, तो वे वहां से मूव करते हुए प्रधानमंत्री तक पहुंचने का प्रयास करने लगे। सुखबीर ने जैसे ही हिलजुल शुरू की तो सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने उन्हें वही रोक दिया और उन्हें आगे मूव नहीं करने दिया।