Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 04:18 PM
पंजाब के विभिन्न जिलों के गोदामों में सरकारी खरीद एजैंसियों की तरफ से भंडारण की गई गेहूं विभिन्न सरकारी एजैंसियों की लापरवाही के चलते गलती-सड़ती है।
होशियारपुर(अश्विनी): पंजाब के विभिन्न जिलों के गोदामों में सरकारी खरीद एजैंसियों की तरफ से भंडारण की गई गेहूं विभिन्न सरकारी एजैंसियों की लापरवाही के चलते गलती-सड़ती है। जिला होशियारपुर के कोटला गौंसपुर में पनग्रेन की तरफ से 2013-14 में खरीद की गई हजारों बोरियां गेहूं पूरी तरह से कीड़ों-मकौड़ों की लपेट में आकर सड़ गई है। पंजाब सरकार की मोहर लगी बोरियों में गेहूं को भांग, बूटी व झाडियों में छुपाया गया है ताकि उच्चाधिकारियों व विजीलैंस विभाग को इनकी भनक न लग सके।
स्टिंग ऑप्रेशन के बाद नहीं की गई जांच
कुछ समय पूर्व गढ़शंकर में एक सरकारी गोदाम में स्टिंग ऑप्रेशन करके गोदाम में मौजूद कर्मियों की तरफ से पाइपों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी डाल कर भार बढ़ाने संबंधी मामला सार्वजनिक किया गया था। इस संबंध में उच्चाधिकारियों के नोटिस में लाए जाने के बावजूद आज तक किसी भी कर्मचारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई।
भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच जरूरी : धीमान
समाज सेवक व भारत जगाओ आंदोलन के जय गोपाल धीमान ने कहा कि सरकारी खरीद एजैंसियों के कर्मचारी भ्रष्टाचार के चलते देश में करोड़ों रुपए का अनाज कागजों में ही उपभोक्ताओं के नाम चढ़ा देते हैं। उन्होंने कहा कि फूड सेफ्टी एक्ट एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के नियमों की सबसे ज्यादा धज्जियां सरकारी खरीद एजैंसियों के अधिकारियों द्वारा ही उड़ाई जा रही हैं।