Edited By Updated: 25 Mar, 2017 10:40 AM
नगर निगम मोगा के मेयर अक्षित जैन की किस्मतउस समय दोबारा चमक गई, जब उनको मेयर पद से उतारने की मांग करने वाले विरोधी गुट के सदस्य अविश्वसनीय प्रस्ताव के लिए जरूरी 34 पार्षदों को मेयर के विरोध में जुटाने में नाकामयाब रहे। सदन के कुल 50 पार्षद हैं,...
मोगा: नगर निगम मोगा के मेयर अक्षित जैन की किस्मतउस समय दोबारा चमक गई, जब उनको मेयर पद से उतारने की मांग करने वाले विरोधी गुट के सदस्य अविश्वसनीय प्रस्ताव के लिए जरूरी 34 पार्षदों को मेयर के विरोध में जुटाने में नाकामयाब रहे। सदन के कुल 50 पार्षद हैं, जिनमें से मेयर को अपने पद पर बने रहने के लिए 17 पार्षदों की जरूरत थी, जबकि मेयर जैन के साथ इससे ज्यादा पार्षद हैं।
पिछले डेढ़ महीने से मेयर को ‘कुर्सी’ से हटाने के लिए चल रही राजनीतिक कशमकश आज आखिरकार खत्म हो गई गौरतलब है कि विधानसभा के सीनियर पार्षद प्रेम चंद चक्की वाला तथा गुरमिंद्रजीत सिंह बबलू के नेतृत्व में नगर निगम के पार्षदों ने डिप्टी कमिश्नर मोगा तथा नगर निगम मोगा के कमिश्नर हरचरण सिंह को लिखित ज्ञापन देकर अविश्वसनीय प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने की मांग की थी, लेकिन चुनाव प्रक्रिया चलने के कारण यह संभव नहीं हो सका।
नगर निगम दफ्तर मोगा में मेयर अक्षित जैन बैठक के निश्चित समय 10 बजे अकेले पहुंच गए। इस अवसर पर उनके साथ उनके गुट से संबंधित पार्षदों में से कोई नहीं था, क्योंकि विरोधी गुट ने नगर निगम कमिश्नर तथा मेयर की मौजूदगी में अपने साथ 34 पार्षदों की परेड दफ्तर में करवाई थी। बैठक में मेयर अक्षित जैन, कमिश्नर हरचरण सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर राजेश तथा सुपरिंटैंडैंट अमरदीप गिल उपस्थित थे। जानकारी के अनुसार विरोधी गुट के सदस्यों की 40 मिनट लगातार प्रतीक्षा की गई, लेकिन उनके सदन में न आने के कारण अविश्वसनीय प्रस्ताव को रद्द कर इसको नगर निगम कमिश्नर तथा लोकल बॉडीज विभाग पंजाब को भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
तारीख आगे बढ़ाने के लिए भाग दौड़ करते रहे विरोधी
जब नगर निगम दफ्तर मोगा में अविश्वसनीय प्रस्ताव के लिए मेयर विरोधी दूसरे गुट के सदस्यों की प्रतीक्षा की जा रही थी तो ऐन समय में विरोधी गुट के सदस्य दोबारा डिप्टी कमिश्नर मोगा के पास पहुंच कर बैठक की तारीख आगे करने की मांग करने लगे, लेकिन डिप्टी कमिश्नर ने इन सदस्यों को नगर निगम मोगा के कमिश्नर के पास भेज दिया। नगर निगम कमिश्नर ने भी बैठक की तारीख आगे करने से इंकार कर दिया।