Edited By Updated: 28 Feb, 2017 07:55 AM
हर्बल का नाम आते ही आजकल हर व्यक्ति वही उत्पाद खरीदने को तरजीह देता है, भले ही इसके लिए उसे कुछ अतिरिक्त कीमत भी चुकानी पड़े।
भटिंडा (परमिंद्र): हर्बल का नाम आते ही आजकल हर व्यक्ति वही उत्पाद खरीदने को तरजीह देता है, भले ही इसके लिए उसे कुछ अतिरिक्त कीमत भी चुकानी पड़े। लोगों की इसी बात का फायदा उठाते हुए कुछ कंपनियां हर्बल के नाम पर जमकर गोरखधंधा कर रही हैं। कुछ उत्पादों के ऊपर हर्बल लिखकर उनका जमकर प्रचार किया जाता है, जबकि उक्त उत्पादों में हर्बल जैसा कुछ भी नहीं होता। विभिन्न प्रकार के उत्पादों को हर्बल के नाम पर बेचने का यह धंधा आजकल जोरों पर चल रहा है। भोले-भाले लोगों को हर्बल के नाम पर अलग-अलग प्रोडक्ट्स बेचकर विभिन्न कंपनियां अच्छे हाथ रंग रही हैं।
ग्राहकों को गुमराह करके बेचते हैं सामान
विभिन्न कंपनियां इन दिनों बाजारों में हर्बल के नाम पर सामान उतार रही हैं, लेकिन असलियत में यह प्रोडक्ट्स पूरी तरह रासायनिक होते हैं व उनमें हर्बल का नामो-निशान तक नहीं होता। ग्राहकों को गुमराह करने के लिए प्रोडक्ट्स के ऊपर हर्बल लिखकर फूल-पत्तियों का निशान बना दिया जाता है। यही नहीं इन प्रोडक्ट्स को हर्बल के तौर पर दिखाने के लिए अधिकांश तौर पर इनका रंग भी हरा ही रखा जाता है। इन उत्पादों की मशहूरी भी हर्बल के तौर पर जमकर की जाती है जिससे लोग गुमराह हो जाते हैं।
प्रोडक्ट्स के ऊपर कुछ और अंदर कुछ
हर्बल के नाम पर बेचे जाने वाले अलग-अलग प्रोडक्ट्स को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि उक्त प्रोडक्ट्स के अंदर कुछ भी हर्बल नहीं है व ऐसे उत्पादों को बेचने के लिए ही उस पर हर्बल लिख दिया जाता है। तेल, साबुन, शैम्पू, पेस्ट, चायपत्ती, विभिन्न क्रीमें व अन्य प्रोडक्ट्स के ऊपर आजकल हर्बल लिखना एक रुझान ही बन गया है, लेकिन उक्त प्रोडक्ट्स के इंग्रेडिएंट्स देखने पर पता चलता है कि उक्त प्रोडक्ट्स में भी अन्य प्रोडक्ट्स की भांति सभी प्रकार के वही रासायनिक पदार्थ शामिल हैं।
हर्बल प्रोडक्ट्स खरीदते वक्त सचेत रहें ग्राहक
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के पदाधिकारी हनुमान दास गोयल ने कहा कि ग्राहकों को ऐसे प्रोडक्ट्स खरीदते वक्त सुचेत रहना चाहिए। सरकारों को भी चाहिए कि लोगों को गुमराह करने वाली ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करें ताकि ग्राहकों की हर्बल के नाम पर होने वाली लूट बंद हो सके।