Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 11:28 PM
पंजाब में बेरोजगारी किस हद तक बढ़ गई है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिला जब साढ़े 8 हजार रुपए के लिए पी.आर.टी.सी. द्वारा कंडक्टरों की ठेका आधारित निकाली गई पोस्टों के लिए दिए जाने वाले फार्मों को हासिल करने के लिए दिन भर मारा-मारी चली। ...
पटियाला(बलजिन्द्र): पंजाब में बेरोजगारी किस हद तक बढ़ गई है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिला जब साढ़े 8 हजार रुपए के लिए पी.आर.टी.सी. द्वारा कंडक्टरों की ठेका आधारित निकाली गई पोस्टों के लिए दिए जाने वाले फार्मों को हासिल करने के लिए दिन भर मारा-मारी चली।
यहां माडल टाऊन में ठेकेदार की तरफ से बांटे जाने वाले फार्मों के लिए लम्बी लाइनें लग गईं। हालात ये हो गए कि नौजवान पहले फार्म हासिल करने के लिए जहां फार्म बांटे जा रहे थे, उसके आस-पास घरों की छतें फांदते दिखाई दिए। पी.आर.टी.सी. की तरफ से 200 के करीब पोस्टें निकाली गई हैं।