Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 10:04 AM
थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए पहले एक लावारिस बच्ची का उपचार करवाया और बाद में उसे संभालते हुए उसकी देखरेख भी शुरू कर दी।
लुधियाना(कुलवंत): थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए पहले एक लावारिस बच्ची का उपचार करवाया और बाद में उसे संभालते हुए उसकी देखरेख भी शुरू कर दी। इस समय बच्ची थाने के अंदर ही पुलिस वालों से प्यार व दुलार ले रही है, पुलिस वाले उसको दूध पिला रहे हैं और महिला पुलिस कर्मी उसका पूरा ध्यान रखे हुई थी।
जांच अधिकारी ए.एस.आई. सतनाम स्ंिाह का कहना था कि रात को करीब सवा एक बजे उनको कंट्रोल रूम से फोन आया कि एक नवजात बच्ची आरती स्टील के साथ दीवार पर बनी एक झुग्गी में पड़ी रो रही है। जब वह वहां पहुंचे तो बच्ची अकेली थी। उन्होने तुरंत बच्ची को संभाला व महिला पुलिस कर्मी को साथ लेकर उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल भेजा। जहां पर डाक्टरों ने बच्ची को बिल्कुल स्वास्थ्य बताते हुए कहा कि इसकी आयु मात्र 15 दिन की है। जिसके बाद वह उसे थाने में ले आए तो इसकी सूचना इलाके के लोगों को पता चली।
बाद में गुरुद्वारा साहिब में सेवा करने वाली कुलवंत कौर ने आगे आकर बच्ची का पालन-पोषण का जिम्मा संभाला। वहीं थाने में बच्ची के आने से पूरे थाने का माहौल ही बदल गया था, जहां हर समय गाली-गलौच होता था, वहीं अब मुलाजिम आने बहाने बच्ची को दुलार देने पहुंच जाते थे। ए.एस.आई. का कहना था कि लगता है कि गरीबी के कारण ही किसी महिला ने अपनी बच्ची को यहां पर छोड़ दिया था। पुलिस उस महिला का पता लगा रही है, अगर वह नहीं मिली तो पुलिस बच्ची को पंगूड़ा घर में छोड़ कर आएगी।