Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 03:13 PM
पंजाब के हाईप्रोफाइल मर्डर केसों में पहली बार वारदात में प्रयोग बाइक के हाथ लगने का मौका पुलिस खाली नहीं जाने देना चाहती थी, इसीलिए हत्यारों को पकडऩे के साथ-साथ लुधियाना पुलिस ने बाइक चोर को पकडऩे के लिए स्पैशल टीमों का गठन किया था
लुधियाना (ऋषि): पंजाब के हाईप्रोफाइल मर्डर केसों में पहली बार वारदात में प्रयोग बाइक के हाथ लगने का मौका पुलिस खाली नहीं जाने देना चाहती थी, इसीलिए हत्यारों को पकडऩे के साथ-साथ लुधियाना पुलिस ने बाइक चोर को पकडऩे के लिए स्पैशल टीमों का गठन किया था, क्योंकि वह ही पुलिस को हत्यारों तक पहुंचाने की एक मात्र सीढ़ी था। वारदात के बाद पुलिस को जब पता चला कि बाइक 10 अक्तूबर को ढोलेवाल इलाके से चोरी हुई है तो पुलिस ने इलाके में लगे सभी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी। फुटेज चैक करने के लिए पुलिस ने 80 मुलाजिमों की टीम बनाई थी जिनका काम दिन-रात कैमरों की फुटेज देखना था। स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत और लोगों द्वारा निजी तौर पर लगवाए कैमरे खंगालने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा था।
पुलिस की उम्मीद एक बार फिर उस समय जागी जब पुलिस को पता चला कि ढोलेवाल इलाके में एक ऐसी शॉप है, जहां कैमरे तो लगे हुए हैं लेकिन वे काफी दिनों से बंद पड़े हैं। पुलिस ने बिना किसी देरी के रात के समय ही उसके मालिक को फोन कर तुरंत दुकान पर बुला लिया और उसी समय फुटेज अपनी पैन ड्राइव में डाल ली। जब रिकाॄडग चैक की तो संदिग्ध की फुटेज पुलिस के हाथ लग गई जिसकी पहचान अब रमनदीप के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार अगर पुलिस रिकार्डिंग हासिल करने में सुबह होने का इंतजार करती तो शायद रमनदीप कभी भी कैमरे में कैद न होता, क्योंकि संदिग्ध के कैद होने की फुटेज के टाइम को डी.वी.आर. से डिलीट होने में मात्र 7 घंटे का समय रह गया था।
कौन लेकर गया चोरीशुदा बाइक, जांच का विषय
सूत्रों के अनुसार जो फुटेज पुलिस के हाथ लगी है, उसमें बाइक चोरी के बाद रमनदीप के जाने की हरकत कैद है। ऐसे में यह बात भी पुलिस की जांच का विषय बना हुआ है कि आखिर रमनदीप के साथ बाइक चोरी करते समय और कौन था, जो चोरीशुदा बाइक को चलाकर लेकर गया है।
कही रमनदीप तो नहीं करता था हर बार बाइक चोरी
पकड़े जाने के बाद पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं हर बार वारदात में प्रयोग की जाने वाली बाइक को चोरी करने की जिम्मेदारी रमनदीप की तो नहीं थी। अगर ऐसा था तो उसने किस-किस जगह से बाइक चोरी की हैं। उसकी जानकारी हासिल की जा रही है।
चंद घंटों बाद लुधियाना पुलिस ने दबोच लेना था रमनदीप
सूत्रों के अनुसार जिस समय बाहर से आई टीम रमनदीप को उठाकर ले जा रही थी, उस समय तक लुधियाना पुलिस को उसके बारे में काफी इनपुट मिल चुकी थी। क्योंकि सोशल मीडिया पर भेजी गई फुटेज और बनवाए गए 18 हजार पोस्टरों ने पुलिस की काफी मदद की थी। पुलिस विभाग के आफिसरों में इस बात की खूब चर्चा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि लुधियाना पुलिस सही दिशा में इंवैस्टीगेशन कर रही थी।