Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Oct, 2017 02:35 PM
खुशी से दिल को आबाद रखना, गम को दिल से आजाद रखना,बस एक गुजारिश है आप से,जिंदगी भर मुझे ऐसे ही प्यार करना कुछ इस तरह की ख्वाहिश ..........
संगरूर/बरनाला (विवेक सिंधवानी):खुशी से दिल को आबाद रखना, गम को दिल से आजाद रखना,बस एक गुजारिश है आप से,जिंदगी भर मुझे ऐसे ही प्यार करना कुछ इस तरह की ख्वाहिश से रविवार को सोलह शृंगार में सजी महिलाएं चांद का दीदार करने के बाद अपना व्रत खोलेंगी। शहर में जगह-जगह लाल साड़ी, लाल बिंदिया, हाथों में लाल मेहंदी लगाए महिलाएं व्रत कथा सुनती नजर आएंगी।
वैसे तो महिलाएं इस त्यौहार की तैयारी महीना पहले से ही शुरू कर देती हैं, परंतु त्यौहार के समीप आते ही बाजार में इसीकी तैयारियों का रंग चढऩे लगता है। नवरात्रे व दशहरा गुजरने के बाद अब रविवार को आ रहे करवाचौथ के त्यौहार की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। करवाचौथ का त्यौहार सुहागिनों के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन विवाहिता महिलाएं व जिनके विवाह होने वाले होते हैं वे अपने पति की लंबी आयु की कामना व खुशहाल जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
मेहंदी वालों की चांदी
करवाचौथ के त्यौहार को एक दिन बचा है, इस त्यौहार की तैयारी के लिए मार्कीट में पूरी रौनक नजर आ रही है। यह एक ऐसा त्यौहार है जिस दिन पत्नी अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए पूरा दिन भूखे-प्यासे रहकर व्रत रखती है परंतु यह व्रत रखने से पहले वह अपने पति की जेब ढीली करवाने से परहेज नहीं करतीं। भाव यह कि इस दिन हरेक महिला सबसे सुंदर दिखाई देना चाहती है इसीलिए जहां वह नए सूट व साडिय़ों की खरीदारी करती हैं वहीं सुंदर दिखने के लिए ब्यूटी पार्लर भी जाती हैं। महिलाएं अपने पति के लिए सजने के लिए हाथों में मेहंदी लगवा रही हैं। मार्कीट में दुकानों के बाहर डिजाइनर मेहंदी लगाने के लिए भारी भीड़ है।
मेहंदी की स्टाल पर बैठी महिलाएं घंटा-घंटा प्रतीक्षा करने के लिए भी तैयार हैं कि कब उनकी बारी आए, पति देव भी अपनी पत्नियों से हाथों पर मेहंदी लगवाने के लिए साथ पहुंचे। दोनों हाथों पर मेंहदी लगवाने का रेट 500 रुपए तक पहुंच चुका है। महिलाएं अधिकतर ब्राइडल लुक की मेहंदी लगवाने को पंसद कर रही हैं।
चांद की तरह सुंदर नजर आना चाहिए सुहागिनों को
करवाचौथ का दिन पति-पत्नी के रिश्ते में विशेष महत्व रखता है व ये दोनों के प्यार व अपने पन की अलग मिठास घोल देता है एवं जाहिर है जब यह दिन ही खास है तो पत्नियां कुछ खास नजर आनी चाहिएं। इसीलिए व्रत के दिन सुहागिनें विशेष तौर पर तैयार होकर रहती हैं, इसकी तैयारी के लिए पहले ही बाजारों में सुंदर-सुंदर सूट, साडि़य़ां खरीदती हैं। ज्वैलरी की विशेष तौर पर खरीददारी करने के अलावा ब्यूटी पार्लरों से भी तैयार होती हैं।
सभ्याचार भी हो रहा है हाईटैक
करवाचौथ के व्रत का सबसे विशेष पहलू होता है, पूजा की थाली, जिसको सुहागिनों द्वारा खुद अपने हाथों से सजाया जाता है आज व्रत से संबंधित यही पूजा की थाली बाजारों में रैडीमेड थाली के रूप में बिक रही है। इसमें पूजा का हरेक तरह को समान एक ही थाली में सुंदर ढंग से सजाया हुआ है व सुहागिनों द्वारा रात को चन्द्रमा देखने वाली छलनी के साथ दीपक भी इस रेडीमेट थाली की पैकिंग में है।
कई पति भी रखेंगे व्रत
ऐसा नहीं कि यह व्रत सिर्फ महिलाएं ही रखती हैं बल्कि बहुत सारे पति भी अपनी पत्नी के साथ इस करवाचौथ के व्रत को रखेंगे। नीटू ढींगरा, राजीव लोचन, महेन्द्र कुमार मिंटी व सतीश चीमा ने बताया कि जब हमारी पत्नी हमारी लंबी आयु के लिए व्रत रख सकती है तो हमारा भी कत्र्तव्य बनता है कि हम भी उनके बराबर व्रत रखें क्योंकि पति व पत्नी दोनों एक गाड़ी के पहिए हैं।
करवाचौथ के दिन का मुहूर्त
पंडित नीरज शास्त्री के अनुसार 8 अक्तूूबर को करवाचौथ का व्रत सुहागिनें रखेंगी व करवाचौथ के लिए शुभ मुहूर्त का समय शाम 5.55 से शुरू होगा व 7.09 पर खत्म होगा। इस दिन को चांद को जल अर्पण करने के बाद सुहागिनें चांद व पति को छालनी में से देखती हैं, इसके बाद अपने पति के हाथ से पानी पीकर अपना व्रत पूरा करती हैं।
बाजारों में लगी रौनकें
करवाचौथ के दिन को लेकर सुहागिनों द्वारा बाजारों में की जा रही खरीदारी कारण बाजारों में रौनकें लगी हैं। सूटों वाली दुकान, कॉस्मैटिक वाली दुकानें, ब्यूटी पार्लरों, ज्वैलरी की दुकानों पर मेहंदी लगाने वाली दुकानों पर भीड़ दिखाई दे रही है। उक्त दुकानदारों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार होता है। इसके अलावा मिठाई विक्रेता भी करवाचौथ के लिए विशेष मिठाइयां तैयार कर रहे हैं।
8.14 पर दिखाई देगा चांद
करवाचौथ वाले दिन चांद रात 8.14 पर दिखाई देगा। व्रत रखने वाली सुहागिनें चांद को देखकर उसकी पूजा करके ही कुछ खाती हैं, चांद को देखे बिना यह व्रत अधूरा समझा जाता है।