Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 10:08 AM
प्रदेश में बहने वाली नदियों व बेईं के मुहानों से सटे मंड क्षेत्र शराब माफिया का खुफिया गढ़ बन चुके हैं। आबकारी विभाग कपूरथला द्वारा काली बेईं के किनारे से सटे मंड क्षेत्र से 1600 लीटर लाहन बरामद करना इस बात की पुष्टि करता है......
कपूरथला (भूषण): प्रदेश में बहने वाली नदियों व बेईं के मुहानों से सटे मंड क्षेत्र शराब माफिया का खुफिया गढ़ बन चुके हैं। आबकारी विभाग कपूरथला द्वारा काली बेईं के किनारे से सटे मंड क्षेत्र से 1600 लीटर लाहन बरामद करना इस बात की पुष्टि करता है कि पुलिस व आबकारी विभाग को चकमा देने के लिए तस्कर नए-नए रास्ते निकाल रहे हैं। यदि पुलिस रिकार्ड पर नजर दौड़ाई जाए तो कपूरथला जिला के मंड क्षेत्र में अवैध शराब व लाहन बरामदगी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी थाना कोतवाली की पुलिस काली बेईं से सटे बूटा गांव में हजारों लीटर लाहन बरामद कर 25 आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज कर चुकी है।
पुलिस कर्मियों को तैरना न आना तस्करों के लिए वरदान
कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी, तलवंडी चौधरियां, फत्तूढींगा तथा भुलत्थ सब-डिवीजन के ढिलवां तथा बेगोवाल के नजदीक से निकलने वाली ब्यास नदी के किनारे बने मंड क्षेत्र जहां लंबे समय से शराब माफिया की गतिविधियों को लेकर सुॢखयों में रहे हैं, वहीं कपूरथला सब-डिवीजन में काली बेईं से सटे कई गांवों में बने मंड क्षेत्र भी शराब माफिया की गतिविधियों के लिए बदनाम रहे हैं। वहीं शराब माफिया से संबंधित ज्यादातर लोगों के कुशल तैराक होने को लेकर पुलिस की छापामारी के दौरान यह लोग नदियों में कूदने से भी पीछे नहीं हटते। जबकि पुलिस टीमों में तैनात अधिकतर कर्मियों को तैरना न आने के कारण ये तस्कर बच निकलते हैं।
नदियों के गंदे पानी से शराब बनाते हैं तस्कर
मंड क्षेत्रों में शराब निकालने वाले तस्कर जहां नदियों के गंदे पानी को प्रयोग में लाते हैं, वहीं यह शराब इतनी घटिया किस्म की होती है कि इस को पीने वाले बीमार हो जाते हैं तथा कई बार खतरनाक बीमारियों की चपेट में भी आ जाते हैं। इस संबंध में जब एस.एस.पी. संदीप शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि जिले के सभी मंड क्षेत्रों में विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस लगातार सर्च करती रहती है तथा पुलिस ने कई बड़ी बरामदगियां भी की हैं। गौरतलब है कि शहर में कई ढाबा मालिकों द्वारा अपने ढाबों में शाम होते ही शराब पिलाने को लेकर पंजाब केसरी ने पूरा ब्यौरा प्रकाशित किया था, जिसको लेकर आबकारी विभाग ने सीनियर अधिकारियों से संपर्क किया था।
जिसने अपना उस समय भारी असर दिखाया जब आबकारी विभाग कपूरथला के इंस्पैक्टर रन बहादुर सिंह ने पुलिस टीम को साथ लेकर शहर के विभिन्न ढाबों की चैकिंग करते हुए शराब न पिलाने संबंधी हिदायत की। वहीं गांव लक्खन कलां के निकट काली बेईं के किनारे मंड क्षेत्र में किए सर्च आप्रेशन दौरान शराब बनाने की तैयारी कर रहे शराब माफिया पर कार्रवाई करते हुए 7 ड्रमों व 4 कैनियों में पड़ी 1600 लीटर लाहन बरामद की, जिस दौरान टीम को देखकर आरोपी मौके से भाग निकले।