Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 11:03 AM
जम्मू-कश्मीर सहित दूसरे प्रदेशों से ट्रकों के मार्फत प्रदेश भर में पहुंच रहा है ड्रग। गत दिनों जिला पुलिस द्वारा ढिलवां टोल प्लाजा पर ट्रक में सेब लाने की आड़ में चूरा पोस्त की तस्करी करने वाले जम्मू-कश्मीर से संबंधित तस्करों की गिरफ्तारी ...........
कपूरथला (भूषण): जम्मू-कश्मीर सहित दूसरे प्रदेशों से ट्रकों के मार्फत प्रदेश भर में पहुंच रहा है ड्रग। गत दिनों जिला पुलिस द्वारा ढिलवां टोल प्लाजा पर ट्रक में सेब लाने की आड़ में चूरा पोस्त की तस्करी करने वाले जम्मू-कश्मीर से संबंधित तस्करों की गिरफ्तारी इस तथ्य का सबूत है कि फल लाने के बहाने प्रदेश में ड्रग सप्लाई करने वाला जम्मू-कश्मीर एक अहम ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है।
जिला में यह कोई पहला मामला नहीं है जब जम्मू-कश्मीर या दूसरे प्रदेशों से आए ट्रक चालकों से चूरा पोस्त तथा अफीम जैसे नशे की बरामदगी हुई हो। इस से पहले भी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस बड़े स्तर पर ट्रक चालकों से नशीले पदार्थ बरामद कर चुकी है। गत एक दशक के दौरान कपूरथला पुलिस के विभिन्न थाने व विंग जहां जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आए ट्रक चालकों को करोड़ों रुपए की चूरा पोस्त व अफीम की खेप के साथ गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं इन से पूछताछ के दौरान प्रदेश भर में दूसरे राज्यों से आने वाले चूरा पोस्त की तस्करी को लेकर चल रहे गिरोहों का भी पर्दाफाश हुआ है।
यह हुई बरामदगी
वर्ष 2007 के दौरान फगवाड़ा-जालंधर हाइवे पर जम्मू-कशमीर से संबंधित 4 तस्करों से 5 किलो हैरोइन बरामद हुई थी वहीं वर्ष 2008 में सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की पुलिस ने नकोदर मार्ग पर नाकाबंदी के दौरान उत्तर प्रदेश से फल लेकर आए एक ट्रक से 35 बोरियां चूरा पोस्त की बरामद की थीं। वहीं वर्ष 2010 में भुलत्थ पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान होशियापुर मार्ग से 25 बोरियां चूरा पोस्त बरामद कर जम्मू-कश्मीर से संबंधित तस्करों को काबू किया था जबकि वर्ष 2013 में थाना सदर कपूरथला की पुलिस ने जालंधर मार्ग पर 10 किलो अफीम सहित मध्य प्रदेश के ड्रग तस्करों को काबू किया था, वहीं वर्ष 2014 में थाना सदर कपूरथला की पुलिस ने नकोदर मार्ग पर 25 बोरियां चूरा पोस्त बरामद कर दूसरे प्रदेश से आए तस्करों को काबू किया था।
टोल प्लाजा पर लगे आधुनिक यंत्र कर रहे हैं पुलिस की मदद
आम तौर पर दूसरे प्रदेशों से नशीले पदार्थों के साथ आने वाले ड्रग तस्कर अपने ट्रकों व कारों पर पुलिस से बचने के लिए पंजाब की नंबर प्लेट लगा लेते हैं लेकिन इस के दौरान जब ये वाहन प्रदेश के टोल प्लाजा में पहुंचते हैं तो वहां लगे वाहन एप्प इन नकली नंबर प्लेटों को पकड़ लेते हैं जिस के कारण पुलिस के हाथ अहम सुराग लग जाते हैं। वाहन एप्प की मदद से प्रदेश की पुलिस कई बड़े तस्करों को जाली नंबर प्लेटों सहित गिरफ्तार भी कर चुकी है।
ट्रकों में खुफिया ठिकाने, निकल जाती है कई बार बड़ी खेप
दूसरे प्रदेशों से चूरा पोस्त, हैरोइन व अफीम की खेप पंजाब में लाने वाले ट्रक चालक बेहद तकनीकी तौर पर काम करते हुए ट्रकों के भीतर जहां खुफिया ठिकाने बना लेते हैं। वहीं इन खुफिया ठिकानों में फल रखने की आड़ में चूरा पोस्त व अफीम रखने के बाद उन को फलों से भर लेते हैं जिस के दौरान कई बार पुलिस नाकों में ऐसे ट्रक फल भरे होने के कारण बच जाते हैं जिस के कारण कई बार बड़ी खेप निकल जाती है।
क्या कहते हैं एस.एस.पी.
इस संबंध में जब एस.एस.पी. संदीप शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जिला भर में सभी थानों व विंगों की पुलिस को दूसरे प्रदेशों से आए आने वाले सभी ट्रकों व वाहनों की गहन चैकिंग के आदेश दिए गए हैं। वहीं वाहन एप्प की मदद से ऐसे सभी वाहनों की चैकिंग की जाती है।