Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 07:50 AM
नैशनल हाईवे में पड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहे हैं। नैशनल हाईवे अथॉरिटी सड़कों को बनाने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेती है तथा अब पिछले समय में बनी सड़कों के बीच में कई स्थानों पर गड्ढे पड़े हुए हैं जो रात के समय कभी भी बड़ी...
जालंधर (धवन): नैशनल हाईवे में पड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहे हैं। नैशनल हाईवे अथॉरिटी सड़कों को बनाने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेती है तथा अब पिछले समय में बनी सड़कों के बीच में कई स्थानों पर गड्ढे पड़े हुए हैं जो रात के समय कभी भी बड़ी मुसीबत लेकर आ सकते हैं। रामा मंडी से फगवाड़ा को जाते नैशनल हाईवे के बीच में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं। अब सवाल यह खड़ा होता है कि इन गड्ढों को भरने की जिम्मेदारी किसकी है।
दिन में भी कई बार इन गड्ढों के कारण वाहन आपस में टकरा चुके हैं। इसके बावजूद नैशनल हाईवे अथॉरिटी ने गड्ढों को भरने की तरफ ध्यान नहीं दिया। रामा मंडी से पहले भी मुख्य सड़क मार्ग पर भारी गड्ढों के कारण वाहन चालकों को गुजरने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार चाहे यह दावा करती है कि उसने सिक्स व फोर लेन सड़कें बना दी हैं परन्तु उसके बदले सरकार द्वारा लोगों से भारी-भरकम टोल टैक्स की वसूली की जाती है। टोल टैक्स अदा करने के बावजूद इन सड़कों के रख-रखाव की तरफ शायद ही ध्यान दिया जा रहा है। कुल मिलाकर आम जनता में भारत सरकार तथा नैशनल हाईवे अथॉरिटी के प्रति दिन-प्रतिदिन गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है।
अगर किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा घटित हो गया तो उसकी जिम्मेदारी भारत सरकार व नैशनल हाईवे अथॉरिटी दोनों की होगी। महानगर की सड़कों को लेकर तो पहले ही लोगों का गुस्सा भाजपा के नेतृत्व वाले कार्पोरेशन पर देखने को मिल रहा है परन्तु अब नैशनल हाईवे की सड़कें भी लोगों के निशाने पर आ गई हैं। कुछ स्थानों पर तो सड़कों की हालत इतनी बुरी हो गई है कि बारिश के दिनों में वहां पर मौजूद गड्ढों में भारी मात्रा में पानी जमा हो जाता है जिस कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
लोगों ने यह भी बताया कि अगर जल्द ही इन गड्ढों को न भरा गया तो मानसून के इन दिनों में कभी भी बड़ा हादसा हो जाएगा जिसकी जिम्मेदारी नैशनल हाईवे अथॉरिटी के स्थानीय अधिकारियों पर भी आएगी। इसी तरह से यह भी देखा गया है कि नैशनल हाईवे पर आसपास से आवारा पशु भी सड़कों के बीच में आ जाते हैं जिससे भी कई प्रकार की दुर्घटनाएं हो जाती हैं। रात के समय तो ये पशु दिखाई ही नहीं देते हैं जिस कारण कई बार ये वाहनों की चपेट में आ जाते हैं। पशुओं को तो इससे नुक्सान पहुंचता ही है परन्तु साथ ही वाहन चालकों को भी भारी नुक्सान उठाना पड़ता है।