Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 04:16 AM
नशा तस्करों व गैंगस्टरों के साथ वर्दी की आड़ में नशे का खेल खेलने वाले बर्खास्त इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह के...
जालंधर(रविंदर शर्मा): नशा तस्करों व गैंगस्टरों के साथ वर्दी की आड़ में नशे का खेल खेलने वाले बर्खास्त इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह के जांच दौरान कई अन्य किस्से भी सामने आने लगे हैं। एक तरफ जहां ड्यूटी के दौरान इंद्रजीत सिंह के सिर पर न केवल कुछ आला पुलिस अधिकारियों बल्कि सत्ताधारी अकाली दल के कुछ नेताओं व मंत्रियों का भी पूरा हाथ था।
ऐसे ही कई राजनेताओं के दबाव में पुलिस अधिकारी इंद्रजीत सिंह के कामकाज में दखल देने से डरते थे। कई बार डी.जी.पी. व ए.डी.जी.पी. स्तर के अधिकारियों ने इंद्रजीत सिंह को सुधरने की चेतावनी दी थी मगर वर्दी के नशे में इंद्रजीत इस कदर बेखौफ हो चुका था कि वह किसी अधिकारी की नहीं सुनता था। दरअसल बार्डर एरिया में तैनाती के दौरान 2013-14 के दौरान से ही इंद्रजीत आला पुलिस अधिकारियों की निगरानी में आने लगा था। तरनतारन में दर्ज कई मामलों में पुलिस अधिकारियों का शक गहराने लगा था। इसको लेकर अंदरखाते इंद्रजीत सिंह की रेकी भी की गई थी और निगरानी भी बिठाई गई थी मगर इंद्रजीत सिंह पर विभाग के अंदर ही कुछ आलाधिकारियों की पूरी मेहरबानी थी।
इंद्रजीत सिंह के खिलाफ गहरे सबूत मिलने के बाद पहले भी एक्शन लेने का प्लान उच्च स्तर पर बनाया गया था मगर राजनीतिक दबाव के कारण इस जांच को आगे नहीं बढ़ाया गया था और न ही इंद्रजीत सिंह के खिलाफ कोई एक्शन लिया जा सका था। कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि इंद्रजीत सिंह नशे की काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा राजनेताओं तक भी पहुंचाता था और गैंगस्टरों से ताल्लुकात बढ़ाकर उन्हें चुनावों के दौरान राजनेताओं की मदद के लिए भी इस्तेमाल करता था। गौर हो कि इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह को एस.टी.एफ. की टीम ने 4 किलोग्राम हैरोइन, 3 किलोग्राम अफीम, 2 ए.के.-47 व भारी मात्रा में अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। इंद्रजीत सिंह वर्दी की आड में ही नशा तस्करों के साथ मिलकर नशे का खेल खेलता आ रहा था। एक तरफ वह भारी मात्रा में नशे की खेप पकड़ कर पुलिस अधिकारियों का चहेता बन चुका था तो दूसरी तरफ विभाग की आंख में धूल झोंक कर खुद ही नशे का खेल रच रहा था। प्रदेश में सत्ता बदलते ही इंद्रजीत सिंह के बुरे दिन शुरू हो गए थे।
पहले से ही जुटाए सबूतों के आधार पर स्पैशल टास्क फोर्स ने इंद्रजीत सिंह को अपने शिकंजे में ले लिया था क्योंकि अब पुलिस पर किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं था तो इंद्रजीत सिंह खुद को बचा न सका। आने वाले दिनों में अब एस.टी.एफ. पूर्व सरकार के कई नेताओं को भी जांच के घेरे में लेने जा रही है। एस.टी.एफ. के पास ऐसे कुछ राजनेताओं के नाम भी आए हैं, जिन्होंने इंद्रजीत सिंह को वर्दी की आड़ में नशे का खेल खेलने की इजाजत दी हुई थी। अगर ऐसा होता है तो पूर्व सरकार के कई नेता गहरी मुसीबत में फंस सकते हैं।