Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 02:20 AM
शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने श्री हरिमन्दिर साहिब में नतमस्तक.....
अमृतसर(ममता): शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने श्री हरिमन्दिर साहिब में नतमस्तक होने उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि न तो वह किसी सरकार और न ही कांग्रेस पार्टी के सलाहकार हैं बल्कि वह तो केवल कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के निजी सलाहकार हैं।
उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर की ओर से उठाए गए सवाल पर उक्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रो. बडूंगर को ऐसी बातें करने की बजाय पंथ की चढ़दी कला के लिए ही अपने विचार पेश करने चाहिएं क्योंकि जिस शिरोमणि कमेटी के वह प्रधान हैं वह किसी एक धड़े या वर्ग की नहीं बल्कि समूह सिख जगत की है, चाहे वे किसी भी पार्टी या संगठन के साथ भी संबंधित क्यों न हों। उन्होंने कहा कि प्रो. बडूंगर यदि सचमुच ही विद्वान हैं तो उनको अपनी एनर्जी विवादित मुद्दों पर नष्ट करने की बजाय रचनात्मक सोच पर खर्च करनी चाहिए।
शिरोमणि कमेटी समेत सभी गुरु घरों पर लगाए गए जी.एस.टी. की बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा-अकाली गठबंधन की सरकार है। अकाली दल से संबंधित हरसिमरत कौर बादल केन्द्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री हैं। अगर केंद्र सरकार उनका कहना नहीं मानती तो उनको तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. धार्मिक संस्थानों पर लगाना के न्द्र की गलत नीति है।
उन्होंने कहा कि अगर शिरोमणि कमेटी जी.एस.टी. के खिलाफकोई संघर्ष शुरू करती है तो अकाली दल (दिल्ली) उसका हर प्रकार से साथ देगा। गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाशोत्सव समय दिल्ली से ननकाना साहिब तक ले जाए जाने वाले नगर कीर्तन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में निजी तौर पर शिरोमणि कमेटी प्रधान को निमंत्रण दिया जाएगा। इस अवसर उनके साथ अकाली दल (दिल्ली) के सचिव मनजीत सिंह सरना और मनिंदर सिंह धुन्ना भी थे।