Edited By Updated: 26 Apr, 2017 03:33 PM
एम.सी.डी. के नतीजों से पहले आम आदमी पार्टी के संगरूर से सांसद भगवंत मान ने पार्टी आलाकमान पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब चुनाव से पहले लिए गए कुछ फैसलों की वजह से आम आदमी पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा। मान के इन अारोपों को पार्टी में विपक्ष...
जालंधरः पहले पंजाब, फिर गोआ और अब दिल्ली की एम. सी. डी. चुनाव में मिली लगातार तीसरी हार के बाद आम आदमी पार्टी में घमासान मच गया है। जहां आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और स्टार प्रचारक के तौर पर जाने जाते संगरूर से एम. पी. भगवंत मान ने पार्टी सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ई.वी.एम. मशीनों पर अारोप लगाने की बजाय अपने अंदर झांकने की नसीहत दी,वहीं पार्टी के सीनियर अौर और सी. एल. पी. नेता एच.एस.फुल्का केजरीवाल के बचाव में उतरे। फुल्का ने भगवंत मान द्वारा दिए गए ई.वी.एम.में हुई गड़बड़ी के बयान को तो सही ठहराया लेकिन पार्टी की हार में अरविन्द केजरीवाल पर लगाए अारोप को नकार दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पता था कि कैप्टन अमरेंद्र ही सी.एम.पद के दावेदार है इसके बावजूद उन्हें उनका नाम घोषित करना पड़ा। ई.वी.एम.मामले पर फुल्का ने कहा कि गड़बड़ी तो हुई है। पंजाब में भी अौर दिल्ली में भी। उन्होंने माना की हमारी हार का कारण रहा है कि हमने पार्टी का विस्तार नहीं किया। बहुत से लीडर एेसे हैं जिनका पंजाब ही नहीं देश में भी उनका दबदबा है। जैसे नवजोत सिंह सिद्धू है, परगट सिंह हैं मनप्रीत सिंह बादल,यहां तक कि मनीष निवारी जैसे नेता पार्टी में अाना चाहते थे लेकिन पार्टी में उनके स्वीकार नहीं किया। उनका कहना था कि उनके चाहने के बावजूद कई नेताअों ने इसका विरोध किया। अगर एेसा हुअा होता तो न पंजाब में अौर न ही दिल्ली में पार्टी की हार होती।
उनका कहना है कि मनीष तिवारी की बात मुझसे नहीं हुई पार्टी से हुई थी लेकिन सिद्धू के लिए तो मैं मीडिया में बयान देता रहा लेकिन कुछ नेताअों के विरोध के कारण एेसा संभव नहीं हो पाया।