Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 10:44 AM
नकोदर के सरकारी ब्वॉयज स्कूल की खस्ताहाल बिल्डिंग को लेकर पंजाब मानवाधिकार आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। सरकारी स्कूल की बिल्डिंग की हालत इतनी खस्ता है कि यह कभी भी गिर सकती है। पिछले 94 साल से एक बार भी इस बिल्डिंग की मुरम्मत नहीं हुई है। यहां पर...
जालंधर(रविंदर शर्मा): नकोदर के सरकारी ब्वॉयज स्कूल की खस्ताहाल बिल्डिंग को लेकर पंजाब मानवाधिकार आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। सरकारी स्कूल की बिल्डिंग की हालत इतनी खस्ता है कि यह कभी भी गिर सकती है। पिछले 94 साल से एक बार भी इस बिल्डिंग की मुरम्मत नहीं हुई है। यहां पर 226 बच्चे पढ़ते हैं और इनकी जान को हर समय खतरा बना रहता है।
नकोदर नगर कौंसिल के प्रधान आदित्य भटारा ने इस खस्ताहाल बिल्डिंग को लेकर शिकायत की थी, जिसके बाद मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए पंजाब मानवाधिकार आयोग ने इस संबंध में पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने डायरैक्टर एजुकेशन को पूरे मामले की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। सुनवाई की अगली तारीख 1 फरवरी, 2018 तय की गई है और इससे पहले रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। आयोग के चेयरमैन अहमद अंसारी व मैंबर आशुतोष मोहंतो ने नगर कौंसिल प्रधान आदित्य भटारा की शिकायत पर कहा कि शिकायतकत्र्ता ने जो भी तथ्य पेश किए हैं, उसका जवाब सरकार दे।
क्या कहते हैं नगर कौंसिल प्रधान आदित्य भटारा
आदित्य भटारा ने स्कूल की खस्ता हालत की रिपोर्ट लगाते हुए साथ में स्कूल की फोटो भी पेश की थी, जिसमें यह बताया गया था कि स्कूल की इमारत कभी भी गिर सकती है और यहां पढऩे वाले 226 बच्चों की जान हर समय खतरे में बनी हुई है। इस संबंध में पहले भी शिक्षा विभाग को कई बार शिकायत भेजी गई, मगर इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। शायद सरकार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। स्कूल की खस्ता हालत को देखते हुए कई परिजनों ने तो अपने बच्चों को स्कूल तक भेजना बंद कर दिया है। कई शिकायतों के बाद भी जब पंजाब सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो नगर कौंसिल प्रधान को पंजाब मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाना पड़ा था।