Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 01:01 PM
चोरी के सामान की बरामदगी के मामलों में स्वर्णकारों व अन्य दुकानदारों को पुलिस द्वारा परेशान करने का मुद्दा पंजाब स्वर्णकार संघ की ओर से वित्तमंत्री के समक्ष उठाया गया। संघ ने मांग की कि इस मामले में डी.जी.पी. को उचित दिशा-निर्देश दिए जाएं, ताकि...
बठिंडा (परमिंद्र): चोरी के सामान की बरामदगी के मामलों में स्वर्णकारों व अन्य दुकानदारों को पुलिस द्वारा परेशान करने का मुद्दा पंजाब स्वर्णकार संघ की ओर से वित्तमंत्री के समक्ष उठाया गया। संघ ने मांग की कि इस मामले में डी.जी.पी. को उचित दिशा-निर्देश दिए जाएं, ताकि व्यापारियों को कोई दिक्कत पेश न आए। पंजाब स्वर्णकार संघ के प्रांतीय अध्यक्ष करतार सिंह जौड़ा के घर पहुंचे वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल को संघ की ओर से एक मांग-पत्र सौंपा गया। इस दौरान प्रांतीय उपाध्यक्ष वरिंद्र सोनी, महासचिव मुख्तयार सिंह, संजय सोनी, अबोहर के अध्यक्ष प्रवीन डावर, सचिव अश्विनी सोनी, बठिंडा के महासचिव राजिंद्र खुर्मी आदि उपस्थित थे।
जौड़ा ने कहा कि चोरी के माल की रिकवरी के दौरान पुलिस द्वारा निर्दोष दुकानदारों को उठाकर थानों में बंद कर दिया जाता है व कथित तौर पर उनसे अवैध वसूली की जाती है। ऐसे मामलों में अगर पुलिस को किसी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करनी हो तो उसे अध्यक्ष या पंचायत की उपस्थिति में अपने पक्ष में सबूत पेश करने का मौका दिया जाए। ऐसे मामलों में चोरी हुए माल की रिकवरी चोरों की निजी जायदाद से की जाए व बोनीफाइड दुकानदारों को गवाह बनाया जाए।
उन्होंने मांग की कि इस संबंध में डी.जी.पी. पंजाब को उचित निर्देश दिए जाएं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि एक शहर या एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश को सोने-चांदी के जेवरात ले जाते समय पुलिस या अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा स्वर्णकारों को बिना वजह परेशान किया जाता है, जिस पर रोक लगनी चाहिए।