Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 02:51 PM
राज्य में एक जनवरी से इंडस्ट्री को पांच रुपए यूनिट बिजली मिलने लगी है। जल्द ही नोटिफिक्सन भी जारी हो जाएगी,पर कारोबारियों का मानना है कि चुंगी देने के बाद उन्हें बिजली पुराने रेट से भी महंगी पड़ेगी।
लुधियानाः राज्य में एक जनवरी से इंडस्ट्री को पांच रुपए यूनिट बिजली मिलने लगी है। जल्द ही नोटिफिक्सन भी जारी हो जाएगी,पर कारोबारियों का मानना है कि चुंगी देने के बाद उन्हें बिजली पुराने रेट से भी महंगी पड़ेगी।
पावरकॉम के सीएमडी ए.वेनू प्रसाद का कहना है कि यह फैसला 1 जनवरी से ही लागू माना जाएगा। वहीं,कारोबारी मानते हैं 2 प्रतिशत चुंगी से सरकार को 700 करोड़ का रेवेन्यु आने की संभावना है। बिजली की 9.33 प्रतिशत बढ़ी दरों को 1 अप्रैल 2017 से अदा करने पर रेगुलेटरी कमीशन द्वारा 50 प्रतिशत छूट का फैसला देरी से आने पर बिल बैक डेट के हिसाब से जारी किए गए हैं। इससे इंटस्ट्री पर 600 करोड़ का बोझ पड़ेगा। अगर 50 प्रतिशत के हिसाब से 300 करोड़ छूट भी मिलती है तो पावरकॉम को 1300 करोड़ से ज्यादा आमदनी होगी।
फैडरेशन ऑफ पंजाब स्मॉल इंडस्ट्रीज एसो.के प्रधान बदीश जिंदल व फास्टनर्स सप्लायर्स एसो.के प्रधान राजकुमार सिंगला का कहना है रेगुलेटरी कमीशन ने पिछले फैसले में बिजली की दरें 9.33 प्रतिशत बढ़ाने की बात कही थी। इसकी कुल रकम 1200 करोड़ बनती है। करीब इतनी ही सब्सिडी की घोषणा हुई है। सब्सिडी का बोझ कम करने के लिए टू पार्ट टैरिफ भी लागू करवा लिया है जिससे सरकार का सब्सिडी का बोझ 2800 करोड़ से घटकर 1300 करोड़ रह गया है।