Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 11:59 AM
चौथे गुरु श्री गुरु रामदास द्वारा स्थापित पवित्र नगरी श्री अमृतसर की 440वीं वर्षगांठ मनाने के लिए स्थानीय ईको सिख द्वारा शुरू की गई ईको-अमृतसर लहर के आह्वान पर सैंकड़ों शहरवासियों तथा अलग-अलग संगठनों ने विशाल मार्च निकाला।
अमृतसर(महेन्द्र): चौथे गुरु श्री गुरु रामदास द्वारा स्थापित पवित्र नगरी श्री अमृतसर की 440वीं वर्षगांठ मनाने के लिए स्थानीय ईको सिख द्वारा शुरू की गई ईको-अमृतसर लहर के आह्वान पर सैंकड़ों शहरवासियों तथा अलग-अलग संगठनों ने विशाल मार्च निकाला।
करीब 2 घंटे के मार्च में स्थानीय कई स्कूल-कालेजों, एन.सी.सी. के बच्चों, पिंगलवाड़ा तथा स्थानीय कई संगठनों के हिस्सा लिया। इस दौरान जहां चीफ खालसा दीवान यतीमखाने के बच्चों ने गतके की प्रदर्शनी की, वहीं आई.वी.ई. नि:शुल्क स्कूल के बच्चों द्वारा कूड़ा-कर्कट की संभाल के विषय पर एक नुक्कड़ नाटक भी पेश किया।
वर्णनीय है कि चौथे गुरु श्री राम दास द्वारा देसी महीने हाड़ की 13 तारीख सवंत 1577 को पवित्र नगरी श्री चक्क रामदासपुर की स्थापना की थी। यह कस्बा श्री हरिमंदिर साहिब के इर्द-गिर्द बसाया गया था। उस समय शहर बागों से भरा एक व्यापार केन्द्र बना था, लेकिन आज इस कस्बे में 13 लाख नागरिक बस रहे हैं।