Edited By Updated: 24 Apr, 2017 12:34 PM
सम की बदल रही करवट को देखते हुए सीमावर्ती कस्बा बमियाल की मंडी में अपनी गेहूं की फसल लेकर आए किसानों परेशान हो गए हैं।
बमियाल/पठानकोट(मुनीष, आदित्य): मौसम की बदल रही करवट को देखते हुए सीमावर्ती कस्बा बमियाल की मंडी में अपनी गेहूं की फसल लेकर आए किसानों परेशान हो गए हैं। इसका मुख्य कारण मंडी में उनकी फसल को बचाने हेतु पुख्ता प्रबंधों का न होना है। मंडियों में किसानों को अपनी फसल बचाने हेतु तिरपालें ही उनके लिए एकमात्र सहारा हैं। कस्बा बमियाल की मंडी में किसी प्रकार के शैड की व्यवस्था न होने बारे कई बार पंजाब केसरी में समाचार प्रकाशित किए जा चुके हैं। इसके बावजूद उक्त मंडी में शैड की व्यवस्था नहीं किया जाना किसानों के लिए दुख की बात है। इस संबंधी किसानों ने बताया कि गत 2-3 दिन से रात के समय अचानक तेज आंधी एवं बारिश आने से उनकी फसलों को नुक्सान पहुंच रहा है। यदि मौसम का मिजाज ऐसा ही रहा तो उनकी फसलें खराब होना यकीनी है।
जानकारी अनुसार कस्बा बमियाल में इस समय 10 आढ़ती हैं। मंडी में गेहूं की लिफ्टिंग का कार्य भी काफी ढीला है। किसानों का कहना है कि समय-समय पर उनके द्वारा सरकारों एवं संबंधित विभाग को मंडी में शैड की व्यवस्था किए जानेबारे अवगत करवाया जाता है, मगर बावजूद इसके स्थिति ज्यों की त्यों है। उन्होंने कहा कि कस्बा बमियाल के समस्त किसानों को इस बार भी खुले आसमान के नीचे अपनी फसल बेचने के लिए विवश होना पड़ रहा है। उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला उपायुक्त श्रीमती नीलिमा से मांग करते हुए कहा कि वह गेहूं की लिफ्टिंग में तेजी लाएं और मंडी में शीघ्र-अतिशीघ्र शैड का निर्माण करवाएं। उन्होंने बताया कि मंडी में जो हैंडपम्प लगे हैं वे भी बिल्कुल सूख चुके हैं तथा एक नागरिक द्वारा किसानों को पानी पिलाने की सेवा निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह मंडी में पेयजल की व्यवस्था को भी सुचारू बनाए।