Edited By Updated: 25 Apr, 2017 12:33 PM
स्थानीय गिल रोड स्थित दाना मंडी के हालातों को देखकर मंडी में गेहूं की फसल लेकर पहुंचे किसान सुख हेयर ने फेसबुक का सहारा लेते हुए पंजाब
लुधियाना (खुराना): स्थानीय गिल रोड स्थित दाना मंडी के हालातों को देखकर मंडी में गेहूं की फसल लेकर पहुंचे किसान सुख हेयर ने फेसबुक का सहारा लेते हुए पंजाब सरकार को नींद से जगाने की पहल की है कि सरकार जी.. यहां तो (मंडी में) बाड़ ही खेत को बर्बाद करने की साजिशों में लगी हुई है। मामला यह बताया जा रहा है कि गेहूं के सीजन में आढ़तियों को करीब अढ़ाई प्रतिशत आढ़त दी जाती हैं, वहीं मार्कीट कमेटी को भी इस खरीद प्रक्रिया से गुजरने पर गेहूं खरीद की कुल राशि पर 4 फीसदी मार्कीट फीस का सरकारी रैवेन्यू मिलना तय है। फेसबुक पर छाए संदेश के मुताबिक मंडी में उतरने वाली गेहूं की बड़ी खेप मंडियों में सक्रिय दलाल व कुछ कथित आढ़ती गुप्त रूप से सरकार को मिलने वाले रैवेन्यू की बड़े पैमाने पर सेंधमारी कर रहे हैं, जिसकी पुष्टि मंडी में ही आढ़त का काम कर रहे एक आढ़ती ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि गेहूं की खरीद का उक्त गैर-कानूनी ढंग से हो रहा कारोबार पंजाब मंडी बोर्ड के ही कुछ अधिकारियों/कर्मचारियों को कथित छत्रछाया में फल फूल रहा है।
सरकारी खजाने में सेंधमारी की जुटाई तरकीब
ट्रेड से जुड़े कारोबारियों की मानें तो मंडी में पहुंची गेहूं की फसल का दाना-दाना सरकारी रिकार्ड में चढ़ाए जाने जरूरी हैं मगर कुछ कर्मचारी कथित तौर पर गेहूं की खेप को रिकॉर्ड में दर्ज न कर बाहर से ही प्राइवेट तौर पर कथित सेल कर देते हैं। मंडी में रंग-बिरंगी बोरियों में भी बड़े पैमाने पर सरकारी गेहूं कथित गैरकानूनी ढंग से स्टोर की जा रही है, क्योंकि बताया जा रहा है कि राज्य सरकार द्वारा मंडियों में गेहूं की भर्ती के लिए जो बारदाना भेजा गया है व या तो जूट से बनी बोरियों का है या फिर प्लास्टिक के व्हाइट बैग्स जारी किए गए हैं, अगर यह सारी जानकारी सच में सही है तो फिर ऐसे में मंडियों में गेहूं की फसल से भरे रंग-बिरंगेे बैग्स आखिर कहां से आए हैं।
मंडी में सक्रिय दलाल खुले आम कर रहे गोरखधंधा
मौके का दौरा करने पर पंजाब केसरी प्रतिनिधि ने देखा की मंडी में सक्रिय दलालों का टोला खुलेआम गेहूं की गैर-कानूनी ढंग से ब्रिकी का गोरखधंधा चला रहा है, संबंधित तस्वीरों को जब हमारे छायाकार ने अपने कैमरे में कैद करना चाहा जो मौके पर ही एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा कहा गया कि हमारी पहुंच राजनीतिक गलियारों से भी बहुत ऊपर तक है इसलिए हमसे उलझने की या फिर हमारे काम में किसी प्रकार की दखलअंदाजी न की जाए।
क्या कहते हैं जिला मंडी बोर्ड अधिकारी
उक्त सारे एपीसोड संबंधी जब जिला मंडी बोर्ड अफसर जसविन्द्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद गैरकानूनी ढंग से सरकारी रिकार्ड से दर्ज किए बिना करना नामुमकिन है लेकिन जब डी.एम.ओ. साहिब को उपरोक्त लड़के सुख हेयर द्वारा फेसबुक पर गेहूं की नाजायज बिक्री की जानकारी के बार में और मंडी में रंग-बिरंगी बोरियों में गेहूं की खेप संबंधी पूछा गया तो उन्होंने यह कहते हुए फोन काट दिया कि यह काम मार्कीट कमेटी के कर्मचारियों का है।