Edited By Updated: 26 Apr, 2017 01:15 PM
रेलवे स्टेशन पर गेहूं की स्पैशल गाड़ी लगने के दौरान एफ.सी.आई. और प्राइवेट ठेकेदार का आपसी झगड़ा होने से रोकने के लिए पुलिस ने एफ.सी.आई. वर्क र्ज यूनियन के कई कार्यकत्र्ताओं को स्थानीय थाना सदर में बंद कर दिया।
कोटकपूरा (नरिन्द्र): रेलवे स्टेशन पर गेहूं की स्पैशल गाड़ी लगने के दौरान एफ.सी.आई. और प्राइवेट ठेकेदार का आपसी झगड़ा होने से रोकने के लिए पुलिस ने एफ.सी.आई. वर्क र्ज यूनियन के कई कार्यकत्र्ताओं को स्थानीय थाना सदर में बंद कर दिया। इसके बाद कई मजदूर नारेबाजी करते हुए थाने पहुंचे और गिरफ्तारी दी।एफ.सी.आई. के डिपो मैनेजर प्रवीण चंद्र और पूरन सिंह ने बताया कि ग्रामीण मंडियों में से सीधी गेहूं स्टेशन पर पहुंच रही है ताकि ग्रामीण खरीद केन्द्रों से जल्द माल की लिङ्क्षफ्टग हो सके। उन्होंने बताया कि आज स्पैशल रेलगाड़ी पर गेहूं लोड करनी थी। एफ.सी.आई. के वर्क र्ज यूनियन के नेताओं द्वारा काम रोकने की दी गई चेतावनी के चलते पुलिस प्रशासन को सूचित किया गया था।
सुबह करीब 6 बजे दोनों पक्षों में तनाव रोकने के लिए पुलिस ने एफ.सी.आई. वर्कर यूनियन के 30-35 वर्कर गिरफ्तार करके थाना सदर में नजरबंद कर दिए। थाना सदर में बैठे यूनियन के प्रधान घुक्क सिंह, गुरजीत सिंह, बिक्कर सिंह, गुरदेव सिंह, बिन्दर सिंह आदि ने बताया कि केन्द्र सरकार ने रेलगाड़ी पर माल लोड करने के लिए ठेकेदारी व्यवस्था चालू कर दी है जिस कारण कोटकपूरा डिपो के करीब 350 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें रोजी-रोटी की ङ्क्षचता बन गई है। उन्होंने बताया कि वर्करोंं को सिर्फ 12 हजार रुपए वेतन मिलता है जिसके साथ परिवार का गुजारा चलाना बड़ा मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी सिस्टम किसी भी सूरत में नहीं चलने दिया जाएगा और यदि हमारी मांगें न मानी गई तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा।