Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 08:49 AM
फगवाड़ा नगर निगम में दमकल विभाग सहित विभिन्न विभागों में सरकारी स्तर पर आऊटसोर्स करके रखे गए 50 से ज्यादा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति जस की तस बरकरार है।
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा नगर निगम में दमकल विभाग सहित विभिन्न विभागों में सरकारी स्तर पर आऊटसोर्स करके रखे गए 50 से ज्यादा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति जस की तस बरकरार है। मामले को लेकर फगवाड़ा नगर निगम के कमिश्रर बख्तावर सिंह का तर्क है कि उक्त कर्मचारियों का सीधे तौर पर निगम की किसी भी ब्रांच के साथ कोई लेना-देना नहीं है।
कमिश्रर बख्तावर सिंह ने कहा कि ये सभी कर्मचारी ठेकेदार के मार्फत निगम द्वारा आऊटसोर्स पॉलिसी के तहत कार्यरत किए गए थे जिनके ठेके का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर अगस्त 2017 में ही पूरा हो गया है। ऐसे में तकनीकी तौर पर न तो फगवाड़ा नगर निगम में किसी भी निगम कर्मचारी को नौकरी से हटाया गया है और न ही ऐसा कुछ किया गया है जो नियमों के विपरीत हो। कमिश्रर ने कहा कि यदि उक्त आऊटसोर्स किए गए कर्मचारियों के कार्यकाल को जारी रखा जाना था तो इस संबंधी निगम हाऊस की हुई बैठक में मेयर अरुण खोसला हाऊस की सहमति से समय रहते प्रस्ताव पारित करवाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके कारण अब उक्त आऊटसोर्स किए गए कर्मचारियों का कार्यकाल समाप्त है।
मेयर अरुण खोसला निगम हाऊस की सहमति से प्रस्ताव पारित करें
उन्होंने कहा कि यदि नगर निगम फगवाड़ा में संबंधित आऊटसोर्स किए गए कर्मचारियों को दोबारा उनकी यथावत स्थिति में नौकरी पर कार्यरत रखना है तो फगवाड़ा नगर निगम के मेयर अरुण खोसला निगम हाऊस की सहमति से प्रस्ताव पारित करें। यह प्रस्ताव पंजाब सरकार को स्वीकृति हेतु भेजा जाएगा और फिर जो निर्णय आएगा उसे लागू किया जाएगा।
मैं खुद दंग हूं, यह सब क्या और क्यों हो रहा है : मेयर अरुण खोसला
इस दौरान पंजाब केसरी से वार्तालाप के दौरान मेयर अरुण खोसला ने दावा करते हुए कहा कि जिन आऊटसोर्स किए गए 50 से ज्यादा कर्मचारियों को लेकर निगम कमिश्रर बख्तावर सिंह द्वारा इतना बड़ा निर्णय लिया गया है उस संबंधी निगम हाऊस ने पूर्व में समय रहते बाकायदा प्रस्ताव पारित किया हुआ है। उक्त प्रस्ताव के तहत इन आऊटसोर्स किए गए कर्मचारियों का कार्यकाल बढ़ाया गया था। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि वह खुद दंग हैं कि यह सब क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है।
मेयर खोसला ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे को लेकर वीरवार देर रात नगर निगम फगवाड़ा परिसर में अकाली-भाजपा पार्षदों की आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी और उनका व्यक्तिगत तौर पर प्रयास होगा कि आऊटसोर्स किए गए कर्मचारियों के हितों की रक्षा हेतु जो भी संभव होगा किया जाएगा। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक फगवाड़ा नगर निगम में आऊटसोर्स करके रखे गए 50 से ज्यादा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर असमंजस का दौर जारी है। मेयर और कमिश्रर द्वारा किए जा रहे दावों के मध्य यथावत स्थिति यह है कि संबंधित कर्मचारी चाहकर भी निगम में कार्य नहीं कर पा रहे हैं।