Edited By Updated: 19 Feb, 2017 01:11 PM
एक तरफ जहां पंजाब सरकार तथा राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा पंजाब में सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जमीनी हकीकत इन सरकारी दावों से मिलती-जुलती नजर नहीं आ रही।
मोगा (ग्रोवर): एक तरफ जहां पंजाब सरकार तथा राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा पंजाब में सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जमीनी हकीकत इन सरकारी दावों से मिलती-जुलती नजर नहीं आ रही। सरकारी स्कूलों में अभी भी मूलभूत सुविधाओं की बड़ी कमी है। ऐसे ही हालात मोगा के अमृतसर रोड स्थित सिर्फ 18 मरले की एक बिल्डिंग के ऊपर चल रहे सरकारी प्राइमरी तथा एलीमैंट्री स्कूल के बने हुए हैं, जहां बुनियादी ढांचे की तो पहले ही बड़ी कमी है लेकिन हैरानी की बात है कि इलाके के लोगों तथा स्कूली छात्रों की मांग के बिना ही पंजाब सरकार ने कुछ समय पहले इसको अपग्रेड करके हाई स्कूल का दर्जा दे दिया है।
दूसरी तरफ हाई स्कूल स्तर की 9वीं तथा 10वीं कक्षा की अप्रैल महीने शुरू होने वाली नई कक्षाओं के लिए स्कूल में कोई भी कमरा नहीं है लेकिन सरकारी आदेशों अनुसार नई कक्षाएं लगानी इस स्कूल में जरूरी होने कारण स्कूल स्टाफ भी बेबस नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार यह स्कूल पहले गुरुद्वारा साहिब की इमारत में प्राइमरी स्तर पर चलता था तथा 1996 दौरान इसको मौजूदा इमारत में तबदील कर दिया। इसके बाद 1997 दौरान नई सत्ता में आई अकाली सरकार के समय इस स्कूल को एलीमैंट्री का दर्जा दिया गया तथा प्राइमरी स्कूल की इमारत पर ही नए 3 कमरों की बिल्डिंग बनाकर एलीमैंट्री स्तर की कक्षाएं शुरू कर दीं।
सूत्रों का कहना है कि स्कूल में छात्रों के खेलने के लिए खेल मैदान की बड़ी कमी संबंधी स्कूल छात्रों के अभिभावकों ने पहले कई बार मामला उठाया लेकिन छात्रों के खेलने के लिए खेल मैदान का कोई प्रबंध नहीं किया गया। यही नहीं पिछले वर्ष जून महीने जब इस स्कूल को अपग्रेड करके हाई स्कूल का दर्जा देने संबंधी समाचार पत्रों में स्कूल का नाम आया तो बात हास्यास्पद बन गई, क्योंकि स्कूल में तो पहले मूलभूत सुविधाओं की कमी है तथा इस तरह की स्थिति में नई कक्षाएं शुरू करने का कोई तुक ही नहीं बनता। सूत्रों ने तो इस बात को भी बेपर्दा किया है कि स्कूल की जगह के मामले का एक केस माननीय कोर्ट में विचाराधीन होने कारण इस जगह पर अभी नई बिल्डिंग भी नहीं बन सकती।
क्या कहते हैं जिला शिक्षा अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी बलदेव सिंह ने माना कि स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की तो पहले ही बड़ी कमी है। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा विभाग मोगा ने जो स्कूल अपग्रेड करने संबंधी लिस्ट भेजी थी उसमें इसका नाम शामिल नहीं था लेकिन पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग पंजाब ने फिर भी इस स्कूल को अपग्रेड कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्कूल में हाई स्कूल स्तर की नई कक्षाएं चलाई जाएंगी।