Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 02:27 PM
एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समूचे देश में एक सार टैक्स प्रणाली लागू करते हुए इससे देश की तरक्की का दावा किया गया था, लेकिन दूसरी तरफ टैक्स प्रणाली लागू होने के.........
मोगा (ग्रोवर): एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समूचे देश में एक सार टैक्स प्रणाली लागू करते हुए इससे देश की तरक्की का दावा किया गया था, लेकिन दूसरी तरफ टैक्स प्रणाली लागू होने के लगभग 3 महीने होने के बाद भी व्यापारी वर्ग की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। जहां यह टैक्स प्रणाली की कागजी प्रक्रिया व्यापारी वर्ग के लिए परेशानी का सबब बन गई है। आज इस संबंधी ‘पंजाब केसरी’ द्वारा व्यापारी वर्ग से की गई बातचीत के पेश हैं कुछ अंश..
वाल : विभिन्न कार्यों से जुड़े होल सेलर व्यापारियों ने कहा कि छोटे दुकानदार जी.एस.टी. टैक्स लागू होने उपरांत सामान नहीं ले रहे। जिस कारण होल सेलर व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया है। सरकार ने टैक्स लागू करने से पहले इस टैक्स से मार्कीट पर पडऩे वाले प्रभाव की जानकारी एकत्रित नहीं की, जिस कारण देश भर का व्यापारी चिंतित है।
वाब : वरिंद्र अरोड़ा ने कहा छोटे व्यापारियों या गांवों के कारोबारियों के पास जी.एस.टी. नंबर नहीं है। जबकि होलसेलर व्यापारी जी.एस.टी. नंबर मांगते हैं, जिस कारण गांवों के छोटे व्यापारी सामान नहीं खरीद रहे। चाहे 20 लाख रुपए तक जी.एस.टी. नंबर की जरूरत नहीं, लेकिन फिर भी टैक्स की जानकारी न होने के कारण व्यापारी वर्ग में असमंजस की स्थिति है।