Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jul, 2017 11:56 AM
केंद्र सरकार की स्कीम के अंतर्गत शहर की 80 प्रतिशत आबादी को सीवरेज की सुविधा देने के लिए पिछली अकाली-भाजपा सरकार की तरफ से शुरू किया सीवरेज प्रोजैक्ट प्रबंधों की कमी के कारण कंपनी की उदासीनता का शिकार बना हुआ है।
फरीदकोट(हाली): केंद्र सरकार की स्कीम के अंतर्गत शहर की 80 प्रतिशत आबादी को सीवरेज की सुविधा देने के लिए पिछली अकाली-भाजपा सरकार की तरफ से शुरू किया सीवरेज प्रोजैक्ट प्रबंधों की कमी के कारण कंपनी की उदासीनता का शिकार बना हुआ है। इस प्रोजैक्ट के अधीन फरीदकोट शहर की हर जगह उखाड़ी गई है और बारिश कारण शहर के हर क्षेत्र की बुरी दशा हो गई है। यहां के लोग इस प्रोजैक्ट के खराब प्रबंधों के कारण तंग-परेशान हैं परन्तु जिला प्रशासन व संबंधित विभाग लोगों की गंभीर समस्या से मुंह फेरे कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है।
जानकारी के अनुसार फरीदकोट शहर में 120 करोड़ की लागत से शुरू हुए इस प्रोजैक्ट का अकाली-भाजपा सरकार ने विधानसभा मतदान से पहले तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल से आरंभ करवाया था। उस वक्त विधायक दीप मल्होत्रा ने भी इस प्रोजैक्ट का खूब गुणगान किया था और इसको अपनी निजी देन बताया था। चुनाव मौके पर दीप मल्होत्रा की टिकट काटे जाने के बाद इस प्रोजैक्ट की कमान अकाली उम्मीदवार परमबंस सिंह बंटी रोमाना ने अपने हाथ में ले ली थी। फिर युद्ध स्तर पर सीवरेज का काम आरंभ हुआ।
लेकिन चुनाव में अकाली-भाजपा की हार के बाद यह काम एकदम रुक गया। इस रुके काम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ानी आरंभ कर दीं। फरीदकोट शहर के अंदर अब सीवरेज प्रोजैक्ट कछुआ चाल चल रहा है। शहर में हर तरफ गड्ढे और मिट्टी उड़ती नजर आती है। ट्रैफिक की बड़ी समस्या पैदा हो गई है, शहर के केंद्र ङ्क्षबदु जुबली चौक के पास चल रहा सीवरेज प्रोजैक्ट सिरे चढऩे का नाम नहीं ले रहा। कोई विशेष इंजीनियर या सीवरेज बोर्ड से संबंधित अधिकारी यहां कभी नजर नहीं आया। इस रोड पर एजुकेशन के 2 दर्जन विभाग और 2 बड़े सरकारी कालेज हैं, जहां प्रतिदिन हजारों विद्यार्थी मुश्किल भरे रास्ते में से गुजर कर आते-जाते हैं। यहां तक कि जिले के डिप्टी कमिश्नर भी इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं लेकिन उनका ध्यान भी समस्या की तरफ नहीं है।
गत 4 महीनों से बस स्टैंड से जुबली चौक (फुहारा चौक) तक सभी दुकानदारों के काम प्रभावित हो चुके हैं और कई दुकानदार तो पक्के तौर पर ही काम बंद कर चुके हैं। शहर के बाकी कई हिस्सों में भी उखाड़ी गई सड़कों को दोबारा अभी तक नहीं बनाया गया। फरीदकोट शहर के अंदर सीवरेज की दीवार के नीचे 2 महीने पहले बनी सड़कें खोद दी गई हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर फरीदकोट रेलवे फाटक पर बनाए जा रहे पुल कारण यातायात के वैकल्पिक प्रबंध हेतु सरकार ने मजबूत सड़क शहर में बनाई थी, जिसको सीवरेज प्रोजैक्ट के कारण खोद दिया गया। शहर अंदर चल रहे सीवरेज प्रोजैक्ट में सीवरेज बोर्ड, जल सप्लाई व नैशनल हाईवे विभागों में ताल-मेल नजर नहीं आता।
मामला मुख्यमंत्री के ध्यान में लाएंगे : विधायक
जब इस संबंध में हलका विधायक कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में भी इस संबंधी तमाम लोगों ने शिकायत की है। इस प्रोजैक्ट में चल रही देरी के कारणों के बारे में पता करके पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के ध्यान में लाएंगे ताकि इस प्रोजैक्ट के साथ संबंधित सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी जाए कि यह काम पहल के आधार पर जल्द पूरा हो सके।
अनदेखा करने पर आज देंगे धरना : बंटी रोमाणा
पंजाब सरकार की तरफ से शहर के इस सीवरेज प्रोजैक्ट समेत बाकी विकास कामों के लिए जरूरी ग्रांटें मुहैया न करवाने और पहले से पड़ी ग्रांटें वापस मंगवा लेने के विरोध में अकाली दल सोमवार को प्रात: 10 बजे जुबली सिनेमा चौक में सीवरेज प्रोजैक्ट के पास धरना देगा। हलका इंचार्ज परमबंस सिंह बंटी रोमाना ने कहा कि सरकार जान-बूझकर इस प्रोजैक्ट की ग्रांट जारी नहीं कर रही और शहर के लोग सड़कें उखाड़ी होने के कारण परेशान हो रहे हैं।
शहर के दक्षिणी हिस्से में पानी की किल्लत
सीवरेज के लिए सड़कों की खुदाई के दौरान पानी की पाइपें टूट गई थीं जिस कारण सर्कुलर रोड का दक्षिणी हिस्सा, जिसमें हरिन्दरा नगर से लेकर डोगर में पानी की सप्लाई नहीं हो रही। गर्मी के इस मौसम में लोग नहाना तो दूर पीने के लिए पानी को तरस गए हैं। शहर के सैंटर प्वाइंट से सीवरेज कर्मियों ने पानी की पाइपें काट दी हैं, जिस कारण सारा काम रुक गया है। 2 महीनों से बंद पड़े पानी की व्यवस्था करने के लिए किसी भी अधिकारी या विभाग ने कोई कोशिश नहीं की। लोग मांग कर रहे हैं कि सीवरेज चले न चले उनको पानी की सप्लाई तो दी जाए।