Edited By Updated: 27 Feb, 2017 04:02 PM
पंजाब मानवाधिकार आयोग के पास एक एेसा केस आया है
चंडीगढ़/अबोहरः पंजाब मानवाधिकार आयोग के पास एक एेसा केस आया है जिसमें एक डेरा प्रमुख अबोहर निवासी परवीन कुमार से जीप की मांग कर रहा है जिसके बाद डेरो के बाबे से अपने अापको बचाने के लिए अायोग के पास फरियाद की है।
परवीन कुमार की मदद करने की बजाय उसे थाने में बंद करने के अारोपों को लेकर अायोग ने अबोहर पुलिस प्रमुख को तलब किया है। परवीन कुमार ने शिकायत दी है कि एलनाबाद स्थित एक डेरे के प्रमुख द्वारा ‘चढ़ावे ’ में जीप न देने को लेकर उसे परेशान किया जा रहा है। उसका कहना है कि बाबे की राजसी नेताओं से काफी नजदीकियां हैं और पुलिस के साथ भी करीबी सम्बन्ध हैं।
उसने बताया कि बाबे ने उससे जीप की मांग की,जिसपर उसने असमर्थता प्रकट की तो उसे झूठे केस में फंसा दिया गया। बाबे के इशारे पर पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता के नाबालिग बेटे को थाने में बंद करने का भी अारोप है।
शिकायत मुताबिक प्रवीण के पास महिंद्रा जीप है, जो उसने जनवरी 2016 में खरीदी थी। बाबा उससे किसी काम के लिए जीप मांग कर ले गया परन्तु बाद में वापस करने से इन्कार कर दिया। उसने 24 जून, 2016 को एस.एस.पी. को एक आवेदन देकर बाबे से गाड़ी वापस कराने की मांग की थी। पुलिस ने आवेदन पर कार्यवाही करने की जगह उस पर जीप डेरो के नाम करवाने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया। इन्कार करने पर कुछ पुलिस मुलाजिम 26 जून को उस के घर आए और उस के नाबालिग बेटे को घर से उठा थाने ले गए। उसने हेल्पलाइन नंबर 108 पर फ़ोन करके शिकायत दर्ज करा दी थी, जिस का नंबर एफ.जेड.के 1279383 है। उसने गांव के कुछ लोगों से बात कर अपने बेटे को तो छुड़वा लिया लेकिन बाबा राजनीतिक पहुंच की धौंस देकर उसे जीप देने के लिए धमका रहा है।