Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 01:41 PM
फूड सप्लाई विभाग के इंस्पैक्टर की मनमानी के आगे डिपो होल्डर मानसिक तनाव में हैं और वह जिला प्रशासन से मांग करती हैं कि उस इंस्पैक्टर द्वारा की जा रही धक्केशाही पर नकेल डाली जाए। यह कहना है डैमगंज स्थित डिपो नंबर 556 के होल्डर गुरिन्द्र सिंह सागर की...
अमृतसर (संजीव): फूड सप्लाई विभाग के इंस्पैक्टर की मनमानी के आगे डिपो होल्डर मानसिक तनाव में हैं और वह जिला प्रशासन से मांग करती हैं कि उस इंस्पैक्टर द्वारा की जा रही धक्केशाही पर नकेल डाली जाए। यह कहना है डैमगंज स्थित डिपो नंबर 556 के होल्डर गुरिन्द्र सिंह सागर की पत्नी सुमन का।
उन्होंने आरोप लगाए कि फूड सप्लाई विभाग का इंस्पैक्टर उनके साथ इस कदर धक्केशाही कर रहा है कि उन्हें गरीबों की गेहूं में गोलमाल करने पर मजबूर किया जा रहा है। उनके डिपो पर 229 कार्ड हैं जिसकी 263 क्विंटल गेहूं एलोकेशन में आती है। अप्रैल से सितम्बर माह में बांटी जाने वाली गेहूं का काम चल रहा है। जो गेहूं विभाग द्वारा भेजी जा रही है उसमें 50-50 किलो की बोरियों में 5 से 8 किलो तक गेहूं कम आ रही है। जिसका खमियाजा उन्हें तब भुगतना पड़ता है जब कार्ड होल्डर अपने मैंबरों के हिसाब से उन्हें गेहूं तोल कर देने को कहते हैं।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं विभाग गेहूं को डिपो तक पहुंचाने में आने वाले खर्च को भी उन्हें स्वयं देने पर मजबूर कर रहा है। ऐसे में जहां उनकी जेब पर कैंची चल रही है वहीं उन्हें बदनामी का भी सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनके पति के डिपो पर 54 क्विंटल गेहूं विभाग की तरफ बकाया है, जब विभाग के इंस्पैक्टर से गेहूं की मांग की गई तो उन्होंने इसे एडजस्ट करने को कहा। यहां तक कि उनकी ओर से ऐसा न करने पर उनका डिपो कैंसिल करने की भी बात कही गई। इस संबंधी वह मांग करती हैं कि ऐसे इंस्पैक्टर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।