Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 11:19 AM
स्थानीय एक निजी अस्पताल में एक गर्भवती महिला व उसके 2 बच्चों की मौत के मामले में जहां परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों पर कथित लापरवाही के आरोप लगाए है, वहीं अस्पताल के डाक्टर के अनुसार हार्ट फेल होने के कारण यह मौत हुई है।
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): स्थानीय एक निजी अस्पताल में एक गर्भवती महिला व उसके 2 बच्चों की मौत के मामले में जहां परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों पर कथित लापरवाही के आरोप लगाए है, वहीं अस्पताल के डाक्टर के अनुसार हार्ट फेल होने के कारण यह मौत हुई है।
मृतक महिला राजेन्द्र कौर के पति महल सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी का आई.वी.एफ. तकनीक के तहत लुधियाना बच्चों के अस्पताल में उपचार चल रहा था व उसके पेट में करीब 7 माह का एक लड़का व एक लड़की थी। इस दौरान जब वह 27 सितम्बर को उपचार के लिए अस्पताल में आए तो उसकी पत्नी को नर्सों ने उपचार दौरान गलत इंजैक्शन लगा दिए गए व उसकी हालत बिगड़ गई।
इससे उसकी पत्नी के पेट में ही लड़का व लड़की की मौत हो गई व पत्नी की हालत भी गंभीर हो गई। परिजनों के अनुसार राजेन्द्र कौर की श्री मुक्तसर साहिब में ही मौत हो गई थी परंतु डाक्टरों ने उसे लुधियाना के लिए रैफर कर दिया जहां डी.एम.सी. के डाक्टरों ने उसे पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया।
क्या कहते हैं डाक्टर
मामले में लुधियाना बच्चों का अस्पताल के डाक्टर गगनदीप गर्ग का कहना है कि पेट में दोनों बच्चों में से लड़के की मौत पहले हो गई थी, जबकि लड़की 2 घंटे तक जीवित रही है। लंबे समय से राजेन्द्र कौर का उपचार उनके पास चल रहा था।
27 सितम्बर को जब राजेन्द्र कौर को अस्पताल लाया गया तो सांस चढऩे के कारण हालत सीरियस थी, हमने तुरंत उपचार शुरू किया व शहर के और भी विशेषज्ञ डाक्टरों को बुलाया। इस बीच हमने मरीज के वारिसों को बताया कि हालत नाजुक है अगर वे मरीज को कहीं और शिफ्ट करना चाहें तो कर सकते हैं परंतु उन्होंने कहा कि नहीं यहीं उपचार करें। जब स्थिति बहुत अधिक नाजुक हो गई तो हमने लुधियाना के लिए रैफर किया और वह खुद लुधियाना साथ गए। स्थिति हार्ट फे ल होने के कारण बिगड़ी, जिसके कारण राजेन्द्र कौर की मौत हुई है।