Edited By Updated: 08 Dec, 2016 10:49 AM
नोटबंदी के बाद अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए ग्राहक बैंकों से पैसा न मिलने की सूरत में अगले दिन पैसा मिलने की उम्मीद से टकटकी लगाए अगले दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल): नोटबंदी के बाद अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए ग्राहक बैंकों से पैसा न मिलने की सूरत में अगले दिन पैसा मिलने की उम्मीद से टकटकी लगाए अगले दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। बहुत से लोगों के घरों में विवाह रखे हुए हैं परंतु बैंक वाले उनको सरकार की ओर से निर्धारित की अढ़ाई लाख की राशि भी देने से मना कर रहे हैं, जिससे चिंता के कारण उनका बुरा हाल है। इस संबंधी ‘पंजाब केसरी’ की टीम ने शहर के विभिन्न बैंकों का दौरा किया तो पता लगा कि अगले दिन बैंकों में से कैश मिलेगा या नहीं, यह तो खुद बैंक मैनेजर भी बताने में असमर्थ हैं।
विजया बैंक के असिस्टैंट मैनेजर संदीप कुमार ने कहा कि 5 दिसम्बर को बैंक में करीब 20 लाख रुपए का कैश आया था अब और कैश कब आएगा इसके बारे में हमें भी पता नहीं होता। यह सब कान्फीडैंशियल होता है हमें सुबह ही फोन आता है कि आज कैश आ रहा है। जहां तक सीनियर सिटीजन की बात है उनके लिए हमारी ब्रांच की ओर से पूरा प्रबंध किया हुआ है। स्टेट बैंक आफ पटियाला (एग्रीकल्चर डिवैल्पमैंट ब्रांच) के सीनियर चीफ मैनेजर राकेश शर्मा ने सही आंकड़े बताने में असमथर्ता व्यक्त की। ए.टी.एम. में पैसे डालने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर रोज थोड़े-बहुत पैसे ए.टी.एम्ज में डाले जाते हैं। सीनियर सिटीजन व लेडीज की अलग लाइन लगाई जाती है। बीमार व दिव्यांगों को पहल दी जाती है।