Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 03:36 PM
पंजाब और हरियाणा में इस साल कपास का उत्पादन कम होने का अनुमान है। कपास का सीजन अपने अंतिम चरण में है और 80 % कपास पहले ही मार्कीट में पहुंच चुकी है। संशोधित अनुमानों के अनुसार 40 हजार गांठों (1 गांठ= 170 KG) का नुक्सान होने की आंशका है।
चंडीगढ़ः पंजाब और हरियाणा में इस साल कपास का उत्पादन कम होने का अनुमान है। कपास का सीजन अपने अंतिम चरण में है और 80 % कपास पहले ही मार्कीट में पहुंच चुकी है। संशोधित अनुमानों के अनुसार 40 हजार गांठों (1 गांठ= 170 KG) का नुक्सान होने की आंशका है।
शुरू में अनुमान था कि पंजाब में अक्तूबर, नवंबर 2017 के सीजन में 12 लाख गांठों का उत्पादन होगा। बाद में यह कम होकर 11 लाख गांठे रह गया और अंत में पिछले कुछ माह में इनकी संख्या 10.37 लाख गांठों का अनुमान लगाया गया था मगर अब यह कम होकर 9.97 लाख रह गर्इ है।
8 मार्च को कि गर्इ ताजी समीक्षा में 2017-18 वर्ष में कपास का उत्पादन 10 लाख गांठों से भी कम बताया गया। 28 फरवरी तक पंजाब की मंडियों में 8 लाख गांठे आर्इ। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी कपास का उत्पादन 24.30 लाख हुआ जबकि पहले यह अनुमान 24.45 लाख गांठों का था। मगर राजस्थान में कपास के उत्पादन में 21, 600 गांठों की बढ़ौतरी हुर्इ। पहला अनुमान 21.92 लाख था जो अब की बार राज्य में 22.14 लाख गांठों का उत्पादन हुआ।