Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 11:11 PM
जिले के गांव सद्दा सिंह वाला में पिछले 3 महीनों से भी अधिक समय से गांव में सुशोभित गुरुद्वारा श्री गुरु...
मोगा(ग्रोवर): जिले के गांव सद्दा सिंह वाला में पिछले 3 महीनों से भी अधिक समय से गांव में सुशोभित गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिन्द साहिब की अध्यक्षता को लेकर चल रहा आपसी विवाद आज इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष गुरुद्वारा साहिब की सीमा में ही एक दूसरे के साथ पुलिस अधिकारियों की हाजिरी में हाथापाई पर उतर आए। दोनों पक्षों की आपसी लड़ाई दौरान सिखी सरूप वाले बड़ी गिनती में श्रद्धालुओं की पगडिय़ां उतर गईं।
चाहे पुलिस प्रशासन ने डी.एस.पी. (सिटी) तथा थाना सदर प्रभारी के नेतृत्व में हालातों पर काबू पाने के लिए भारी मशक्कत की लेकिन पुलिस अधिकारियों की कमी के कारण लंबे समय तक यह लड़ाई चलती रही। इस तरह की बनी स्थिति के कारण आखिरकार और पुलिस मुलाजिमों को बुलाना पड़ा। गौरतलब है कि इनमें से एक गुट का संबंध अकाली दल, दूसरे का आम आदमी पार्टी तथा कांग्रेस के साथ बताया जा रहा है। ‘पंजाब केसरी’ की ओर से मौके पर हासिल की जानकारी के अनुसार गुरुद्वारा साहिब की सेवा-संभाल पिछले करीब 2 दशकों से शिअद से संबंधित गुरदेव सिंह करते आ रहे थे लेकिन उनके द्वारा पूरी कमेटी समेत 5 महीने पहले अपने पद से इस्तीफा देकर गांववासियों को नई कमेटी चुनने के लिए कहा।
इस उपरांत गांव के एक गुट ने प्रस्ताव पारित करके सेवा संभाल का जिम्मा गुरतेज सिंह तथा अन्य को सौंप दिया लेकिन गांव के एक गुट को यह कमेटी मंजूर नहीं तथा उनके द्वारा गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व में और कमेटी बनाई गई है। पिछले दिनों से दोनों कमेटियों का आपसी तनाव चलता आ रहा है, जिस कारण गुरुद्वारा साहिब में कोई भी नया कार्य आरंभ नहीं किया जा सका। सूत्रों का कहना है कि दरअसल गांव में माहौल तब से ही खराब चला आ रहा है, जब गत विधानसभा चुनाव से पहले शिअद की गांव में हुई बैठक दौरान आम आदमी पार्टी तथा अकाली दल के नेताओं में आपसी लड़ाई-झगड़ा हो गया था।
विरोधी पक्ष जान-बूझकर गुरुद्वारा साहिब की सेवा-संभाल नहीं करने दे रहा
गुरप्रीत सिंह इस मामले संबंधी जब एक गुट द्वारा नामजद किए अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्य गांव में से 14 मैंबर हैं तथा विरोधी पक्ष जान-बूझकर उनको गुरुद्वारा साहिब की सेवा-संभाल नहीं करने दे रहा। उन्होंने कहा कि वह कमेटी के लिए वोटें डलवाने के लिए भी तैयार हैं।
क्या कहना है गुरतेज सिंह का
इस मामले संबंधी जब दूसरे गुट के अध्यक्ष गुरतेज सिंह से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन किसी और द्वारा उठाने के कारण संपर्क नहीं हो सका लेकिन उनके साथियों ने दावा किया कि पुरानी कमेटी ने हमें प्रस्ताव पारित करके दिया है जिसके तहत अध्यक्ष गुरतेज सिंह तथा समूचे कमेटी मैंबर गुरुद्वारा साहिब की सेवा-संभाल वचनबद्धता से करने को तैयार हैं लेकिन विरोधी गुट जान-बूझकर रुकावटें खड़ी कर रहा है।
विधायक करते रहे अपील, फिर भी जारी रही लड़ाई
गुरुद्वारा साहिब में 2 गुटों की हुई आपसी लड़ाई से हलका विधायक डा. हरजोत कमल ने मौके पर पहुंचकर अपनी भावपूर्ण दलीलों द्वारा दोनों गुटों को शांति बनाए रखने की जोरदार अपील बार-बार करते कहा कि वे गुरुद्वारा साहिब की सेवा-संभाल आपसी सहमति से करें। विधायक हरजोत ने दोनों गुटों के 7-7 मैंबरों को 12 सितम्बर को अपने मोगा दफ्तर में मामला निपटाने के लिए भी बुला लिया। इस अवसर पर चाहे दोनों पक्षों ने सहमति दे दी लेकिन इस उपरांत फिर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई।
दोनों पक्षों के घायल 7 व्यक्ति अस्पताल दाखिल
जानकारी के आनुसार पहले पक्ष के चंद सिंह, इंद्रजीत सिंह, शिंगारा सिंह, सुखजिंद्र सिंह, प्रीतम सिंह, बलवंत सिंह व परवीन कौर को सिविल अस्पताल मोग दाखिल करवाया गया है। थाना सदर के प्रभारी रमेशपाल ने बताया कि अभी किसी भी पक्ष के लोगों ने कोई ब्यान दर्ज नहीं करवाया है। ब्यान दर्ज करने के बाद अगली कार्रवाही की जाएगी।