Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 11:53 PM
अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाब सरकार कम संख्या विद्यार्थियों वाले 800 स्कूलों को बंद कर उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। मजीठिया ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम जिला उपायुक्त को सौंपे मांग पत्र में कहा कि राज्य की कांग्रेस...
अमृतसर: अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाब सरकार कम संख्या विद्यार्थियों वाले 800 स्कूलों को बंद कर उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।
मजीठिया ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम जिला उपायुक्त को सौंपे मांग पत्र में कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार के निर्देश के अनुसार निदेशक शिक्षा विभाग (एलिमेंट्री शिक्षा) द्वारा सभी जिलों में 20 से कम विद्यार्थियों वाले 800 स्कूलों का अन्य स्कूलों में विलय करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उक्त फैसला जनविरोधी और शिक्षा विरोधी होने के इलावा मुफ्त तथा लाजमी शिक्षा अधिकार कानून 2009 का भी उल्लंघन है जिसके आर्टीकल ए के द्वारा प्रत्येक छह से 14 साल तक दे बच्चे को आठवीं तक की मुफ्त शिक्षा का अधिकार दिया गया है।
मजीठिया ने कहा कि इन स्कूलों के बद होने से अविभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बंद किए जा रहे स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं जिनमें गरीब वर्ग के बच्चे पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब मां बाप अपने बच्चों को दूर के स्कलों में नहीं भेज सकते। उन्होंने कहा कि अकाली भाजपा सरकार के कड़े प्रयासों से राज्य शिक्षा के क्षेत्र में 14वें स्थान से तीसरे स्थान पर आया था लेकिन अब पंजाब सरकार के इस फैसले से शिक्षा क्षेत्र में नुकसान होगा।