Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 09:32 AM
यदि आप सिविल अस्पताल पधारे हैं और आपको प्यास लगी है तो आप यहां पर लगे वाटर कूलर का पानी मत पिएं, क्योंकि यह पानी साफ नहीं जहरीला बन चुका है। गौर हो कि पंजाब केसरी ने कुछ माह पहले भी इस बाबत खबर प्रकाशित की
जालंधर (शौरी): यदि आप सिविल अस्पताल पधारे हैं और आपको प्यास लगी है तो आप यहां पर लगे वाटर कूलर का पानी मत पिएं, क्योंकि यह पानी साफ नहीं जहरीला बन चुका है। गौर हो कि पंजाब केसरी ने कुछ माह पहले भी इस बाबत खबर प्रकाशित की थी जिस दौरान कूलरों की सफाई हुई थी लेकिन समय बीतने के साथ-साथ अधिकारी कूलरों की सफाई करवाना ही भूल गए हैं।
सिविल अस्पताल में लगे पानी वाले कूलर व पास लगे फिल्टर बेशक आपको नजर आएंगे लेकिन उनकी दशा देखकर पता चल जाता है कि ये पानी साफ कैसे करते होंगे।पानी को साफ करने वाले फिल्टर की खुद की सफाई होनी बाकी है। फिल्टर के चारों और काई जमी देखी जा सकती है। इसके अलावा वाटर कूलर तो गंदगी बढ़ाने वाला काम कर रहे हैं। उनकी टूटियां टूटी पड़ी हैं और उनके पास गंदगी साफ देखी जा सकती है।
अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों के परिजन उक्त कूलरों से पानी भरने की बजाय वाटर सप्लाई के नलों से ही पानी बोतलों में भरते देखे जा सकते हैं।अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि वाटर कूलरों को साफ करने का ठेका भी किसी कम्पनी को दे ताकि सफाई तो हर माह ठीक प्रकार से हो सके। अस्पताल प्रशासन सफाई करने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है।