Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 08:06 AM
ताजपुर रोड केन्द्रीय जेल में एक हवालाती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। थाना मेहरबान में एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज होने पर हवालाती ज्ञान चंद 20-25 दिन पहले जेल में आया था। हवालाती गांव कडियाना का रहने वाला था।
लुधियाना (स्याल): ताजपुर रोड केन्द्रीय जेल में एक हवालाती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। थाना मेहरबान में एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज होने पर हवालाती ज्ञान चंद 20-25 दिन पहले जेल में आया था। हवालाती गांव कडियाना का रहने वाला था। उसकी गिनती सतलुज ब्लाक की बैरक-3 में थी।
गत देर रात्रि अचानक तबीयत ठीक न होने पर जेल अस्पताल से बैरक में पहुंच डाक्टर ने चैकअप कर उसकी हालत को देखते हुए सिविल अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। जिसकी जेल ड्यूटी में ही मौत हो गई। जेल डाक्टर के अनुसार उक्त हवालाती जब एक महीना पहले जेल आया था तो उसने हृदय रोग संबंधी नहीं बताया था बल्कि शूगर की बीमारी होने की जानकारी दी थी। लेकिन रात्रि उसके बेटे ने अपने पिता हवालाती ज्ञान चंद को हृदय बीमारी से पीड़ित होना बताया।
उनका इलाज एक प्रतिष्ठित अस्पताल के डाक्टर द्वारा चल रहा था। सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे मृतक हवालाती ज्ञान चंद के बेटे राजबीर ने एक पत्र ज्यूडीशियल मैजिस्टे्रट डा. सुशील बोध को दिया। उक्त पत्र में जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बुधवार को अपने पिता हवालाती की जेल में मुलाकात करने गया और वहां कर्मचारियों को अपने पिता को देने के लिए दवाइयां भी दीं। लेकिन दवाइयां समय से न पहुंचने पर उनके पिता की मौत हो गई। उसके पिता की मौत के लिए जेल प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। राजबीर ने बताया कि उसके चाचा ने पांच दिन पहले एक जेल अधिकारी को फोन कर पिता के इलाज संबंधी गुहार भी लगाई थी।