Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 11:58 AM
पंजाब सरकार की तरफ से चलाए जा रहे सुविधा सैंटरों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी मारने वाले एक एक ठग को स्पैशल टास्क यूनिट
लुधियाना(ऋषि,महेश): पंजाब सरकार की तरफ से चलाए जा रहे सुविधा सैंटरों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी मारने वाले एक एक ठग को स्पैशल टास्क यूनिट की तरफ से गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया ठग वाहेगुरु सिंह निवासी धर्मकोट, मोगा खुद को सी.बी.आई. दिल्ली का चीफ इंवैस्टीगेशन ऑफिसर बताता था। पुलिस ने ठग के पास से सी.बी.आई. का जाली आई कार्ड और एक स्विफ्ट कार बरामद की है। जानकारी देते सी.पी. आर.एन. ढोके, डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ थाना हैबोवाल में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
ग्राहक देख मांगता था पैसे
ए.सी.पी. क्राइम मनिन्द्र बेदी के अनुसार उक्त आरोपी प्रत्येक ग्राहक के हिसाब से नौकरी लगवाने के पैसे मांगता था। उक्त आरोपी अब तक 18 युवाओं से लगभग 16 लाख की ठगी मार चुका है। आरोपी से जो कार बरामद हुई है उस पर भारत सरकार की नंबर प्लेटें लगा रखी थीं। उक्त आरोपी के खिलाफ अमृतसर के इलाके भट्टी में भी धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज हैं।
2 साल पहले निकाला जा चुका है नौकरी से
इंस्पैक्टर प्रेम सिंह के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि उक्त आरोपी सुविधा सैंटर, जालंधर में काम करता था, जब वहां मौजूद स्टाफ को पता चला कि उक्त आरोपी लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी मार रहा है तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया। इसके बाद उसने पंजाब भर में नौजवानों से ठगी की।
जिन युवाओं से ठगी हुई है, उनमें से कुछ का विवरण इस प्रकार है।
- गुरप्रीत सिंह निवासी मोगा
- प्रिंस निवासी जालंधर
- हरपाल निवासी भट्टी
- कमल सेना निवासी तरनतारन
- मलकीत सिंह निवासी तरनतारन
- मनप्रीत सिंह निवासी तरनतारन
- गुरजंट सिंह निवासी तरनतारन
- हरविन्द्र सिंह निवासी तरनतारन
- गुरजज सिंह निवासी तरनतारन
- गुरप्रीत सिंह निवासी अमृतसर