Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 01:51 PM
करोड़ों के ट्रस्ट घोटाले को लेकर जहां स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (एस.आई.टी.) को सी.ए. संजय कपूर के नैटवर्क से संबंधित पासवर्ड की तलाश है, वहीं उसने एस.आई.टी. ने घोटाले में संलिप्त सभी सातों...........
अमृतसर (महेन्द्र): करोड़ों के ट्रस्ट घोटाले को लेकर जहां स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (एस.आई.टी.) को सी.ए. संजय कपूर के नैटवर्क से संबंधित पासवर्ड की तलाश है, वहीं उसने एस.आई.टी. ने घोटाले में संलिप्त सभी सातों कथित आरोपियों के लुक-आऊट नोटिस भी जारी कर दिए हैं। एस.आई.टी. टीम के चेयरमैन-कम-ए.डी.सी.पी. परमजीत सिंह ने बताया कि वह रजिस्टर भी उनकी टीम के हाथ आ लग गया है जिसमें स्थानीय इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के नाम पर हुई सभी प्रकार की एफ.डी.आर. के इंदराज मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जांच को और आगे बढ़ाने के लिए सी.ए. संजय कपूर का पुलिस जांच में शामिल होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि ट्रस्ट के सभी प्रकार के आय व खर्च संबंधी कम्प्यूटर में रखे रिकार्ड को खंगालने के लिए सी.ए. संजय कपूर के पासवर्ड की जरूरत है। संजय कपूर इस समय भूमिगत चल रहे हैं, इसलिए उनके पासवर्ड के बिना पुलिस जांच अधर में लटकी हुई है।
सी.ए. संजय कपूर खुद सामने नहीं आए, तो पुलिस अपनाएगी दूसरा रास्ता
ए.डी.सी.पी. परमजीत सिंह ने कहा कि एस.आई.टी. की टीम ट्रस्ट घोटाले का सारा रिकार्ड खंगाल रही है। इसमें यह बात भी सामने आ चुकी है कि ट्रस्ट के डिप्टी कंट्रोलर फाइनैंस एवं अकाऊंट्स (डी.सी.एफ.ए.) के पद पर तैनात रहे दमन भल्ला किस तरह से चैकों के जरिए वर्ष 2013 से 2017 तक इन विवादित बैंक खातों में से करीब 19 करोड़ रुपए निकलवा चुका है।
उन्होंने कहा कि सी.ए. संजय कपूर अगर खुद सामने आ कर पुलिस जांच में सहयोग देते हैं, तो उनके पासवर्ड के जरिए अच्छे ढंग से जांच आगे बढ़ाई जा सकती है, लेकिन अगर वह खुद पुलिस जांच में सहयोग नहीं देते तो पुलिस को मजबूरन कोई दूसरा रास्ता अपनाना पड़ सकता है क्योंकि करोड़ों के इस बड़े घोटाले की जांच को आगे बढ़ाना तो ही है।