Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 10:09 AM
गैंगस्टर सुक्खा बाड़ेवालिया के पकड़े जाने के चंद घंटों बाद पुलिस की तरफ से यूथ अकाली दल शहरी के प्रधान गुरप्रीत सिंह बब्बल के खिलाफ थाना सराभा नगर में जाली कागजातों के सहारे कोठी पर कब्जा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था परंतु मामला दर्ज होने...
लुधियाना (ऋषि): गैंगस्टर सुक्खा बाड़ेवालिया के पकड़े जाने के चंद घंटों बाद पुलिस की तरफ से यूथ अकाली दल शहरी के प्रधान गुरप्रीत सिंह बब्बल के खिलाफ थाना सराभा नगर में जाली कागजातों के सहारे कोठी पर कब्जा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था परंतु मामला दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस कमिश्रर आर.एन. ढोके ने मामले को खारिज करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार केस दर्ज होने के बाद सुबह गुरप्रीत सिंह बब्बल की पत्नी मनप्रीत कौर अपने समर्थकों के साथ पुलिस कमिश्रर को मिलने कोठी गई थी व इंसाफ की मांग करते हुए राजनीतिक साजिश के तहत बब्बल को फंसा कर झूठा मामला दर्ज किए जाने की बात कहते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। मनप्रीत ने कहा कि अकाली दल के नेता होने के कारण अक्सर सैंकड़ों युवा उसके पति को मिलने आते हैं लेकिन सुक्खे के बारे में उन्हें कुछ भी नहीं पता।
उन्होंने बताया कि उक्त कोठी 2007 से उनके पास है और 2012 से अकाली दल का वहां पर दफ्तर बना हुआ है। उन्होंने ए.सी.पी. क्राइम मनिंद्र बेदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेसियों के साथ मिलकर पहले उन्होंने शुक्रवार देर शाम उसके पति पर झूठा केस दर्ज किया और चंद घंटों बाद ही कोठी के ताले तोड़कर कांग्रेसियों के ताले लगवा कर चले गए। ऐसा पहले भी एक बार उनकी तरफ से किया जा चुका है। उनका यह भी आरोप था कि सुबह वहां पर आकर कांग्रेसी नेताओं ने अपने बोर्ड लगा दिए। ये सब कुछ ए.सी.पी. की मर्जी से हुआ।