Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 11:07 AM
नियमों के विपरीत कैंट बोर्ड कार्यालय के सामने आज एक मोटर कंपनी ने कारों की प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी को लेकर टैंट लगाने के लिए किल्ले बीच सड़क में ही गाड़ दिए गए। गौरतलब है कि बीते दिनों कैंट बोर्ड ने रेहड़ी वालों को उनकी जगह से इसलिए हटा दिया था...
जालंधर(कमलेश): नियमों के विपरीत कैंट बोर्ड कार्यालय के सामने आज एक मोटर कंपनी ने कारों की प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी को लेकर टैंट लगाने के लिए किल्ले बीच सड़क में ही गाड़ दिए गए। गौरतलब है कि बीते दिनों कैंट बोर्ड ने रेहड़ी वालों को उनकी जगह से इसलिए हटा दिया था ,क्योंकि उनके कारण ट्रैफिक अवरुद्ध होता है। वहीं लोगों का कहना है कि मोटर कंपनी को सड़क पर प्रदर्शनी लगाने की अनुमति कैसे दे दी गई और बोर्ड को इस बारे अवगत कराने के बावजूद इस प्रदर्शनी को हटाया क्यों नहीं गया?
कंपनी को वार्निंग दी गई है: टैक्स सुपरिंटैंडैंट
इस बारे जब टैक्स सुपरिंटैंडैंट राजिन्द्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मोटर कंपनी से प्रदर्शनी की अनुमति देने के लिए 2000 रुपए फीस ली गई थी लेकिन उन्होंने प्रदर्शनी के लिए आबंटित जगह से थोड़ा आगे प्रदर्शनी लगाई थी जिसको देखते हुए उन्हें वार्निंग भी दी गई।
मोटर कंपनी के वर्करों की गलती से हुआ सब : कुक्की
कांग्रेसी पार्षद राजिन्द्र शर्मा कुक्की ने कहा कि उन्होंने इस मामले बारे बोर्ड से पता करवाया और यह जानकारी मिली कि यह सब मोटर कंपनी के वर्करों की गलती से हुआ है लेकिन प्रदर्शनी की वजह से किसी को असुविधा नहीं हुई।
नियम सबके लिए एक होने चाहिएं
कैंट बोर्ड के पार्षद संजीव त्रेहन और अशोक गिल का कहना है कि नियम सबके लिए एक होने चाहिएं क्योंकि एक तरफ कैंट बोर्ड गरीब रेहड़ी वालों को रेहड़ी लगाने की अनुमति नहीं देता दूसरी तरफ मोटर कंपनियों को सड़क में प्रदर्शनी लगाने की अनुमति दे रहा है।