Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 11:10 AM
पंजाब की कैप्टन सरकार बैंस भाइयों व सुखपाल खैहरा के खिलाफ तो प्रस्ताव विधानसभा में ले आई परन्तु किसानों के कर्ज माफी, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने, शगुन व अन्य भलाई स्कीमों के प्रस्ताव कब लाए जाएंगे। वास्तव में सरकार बदले की नीति के तहत व...
संगरूर (बेदी): पंजाब की कैप्टन सरकार बैंस भाइयों व सुखपाल खैहरा के खिलाफ तो प्रस्ताव विधानसभा में ले आई परन्तु किसानों के कर्ज माफी, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने, शगुन व अन्य भलाई स्कीमों के प्रस्ताव कब लाए जाएंगे। वास्तव में सरकार बदले की नीति के तहत व राजनीतिक मंच के तौर पर विधानसभा का प्रयोग कर रही है जो कि लोकतंत्र के लिए घातक है। ये आरोप संगरूर से ‘आप’ के संसद मैंबर भगवंत मान ने लगाए जो लोगों की मुश्किलें सुनने के लिए पहुंचे थे।
ड्रग माफिया में शामिल बड़े लोगों के खिलाफ भी कैप्टन साहिब को प्रस्ताव लाने चाहिएं। भगवंत मान अकालियों पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि जिस तरह सुखपाल खैहरा के मामले में विधानसभा में बिना विचार चर्चा के प्रस्ताव लाए गए, उससे साफ हो चुका है कि कांग्रेसी-अकाली इकट्ठे हैं।
भगवंत मान ने गोबिन्द सिंह लौंगोवाल को एस.जी.पी.सी. का प्रधान बनाए जाने पर उनकी अध्यक्षता पर उठ रहे सवाल बारे पूछने पर कहा कि एक ओर तो शिअद स्वयं को राजनीतिक पार्टी बताती है और दूसरी तरफ उसकी जेब से जत्थेदार निकलते हैं।