Edited By Updated: 15 Dec, 2016 09:42 AM
आर्गेनाइजेशन फार प्रोटैक्शन आफ ह्यूमन राइट्स (रजि.) के प्रदेश प्रधान संदीप शर्मा ने डायरैक्टर जनरल आफ इंकम टैक्स (इन्वैस्टीगेशन) एस.टी.
जालंधर (अमित): आर्गेनाइजेशन फार प्रोटैक्शन आफ ह्यूमन राइट्स (रजि.) के प्रदेश प्रधान संदीप शर्मा ने डायरैक्टर जनरल आफ इंकम टैक्स (इन्वैस्टीगेशन) एस.टी. अहमद को एक पत्र लिखकर मांग की है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई नोटबंदी के पश्चात जालंधर के एक नेता द्वारा किसी विधायक के खिलाफ कालेधन को सफेद करने के लिए 64 सोने की ईंटें खरीदने संबंधी लगाए गए आरोपों की गहनता से जांच करवाई जाए और आरोप साबित होने पर बनती कानूनी कार्रवाई की जाए।
संदीप शर्मा ने कहा कि हाल ही में पंजाब केसरी अखबार में पं. दीनदयाल उपाध्याय समिति पंजाब मंच के प्रधान किशन लाल शर्मा का एक बयान प्रकाशित हुआ था जिसमें उनकी तरफ से इस बात का खुलासा किया गया था कि नोटबंदी के फैसले के उपरांत एक महीने के समय में जालंधर के एक विधायक ने होशियारपुर, नवांशहर, गढ़शंकर और आसपास के इलाकों में अपने रिश्तेदारों के पास काफी पैसा भेजा है और लगभग 64 सोने की ईंटें खरीदी हैं।किशन लाल शर्मा द्वारा उनके पास उक्त विधायक के कालेधन के पुख्ता सबूत होने का दावा भी किया गया था इसलिए इंकम टैक्स एक्ट के अधीन किशन लाल शर्मा से सारे पुख्ता सबूत लेकर फौरन आरोपों की जांच की जानी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
उन्होंने कहा कि अगर किशन लाल शर्मा की बात सही निकलती है तो उसे ईनाम स्वरूप सोने की एक ईंट भी भेंट की जानी चाहिए। क्योंकि जांच में आयकर विभाग के पास काफी बड़ी गिनती में कालाधन हाथ लग सकता है इसलिए विभाग को तुरंत प्रभाव से एक्शन लेते हुए जांच आरंभ कर देनी चाहिए। इस पत्र की एक कापी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी भेजी गई है ताकि इस मामले में किसी तरह की लापरवाही न बरती जा सके।