Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 10:22 PM
कांग्रेस पंजाब की गुरदासपुर संसदीय सीट का उप चुनाव जीतकर काफी खुश हो रही थी लेकिन उसके बाद कांग्रेस के खेमे में सिर्फ मायूसी ही आई है, क्योंकि मणिपुर ग्राम पंचायत चुनाव नतीजे में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है। खास बात यह है कि वहां पर भाजपा का कोई...
जालंधर(पाहवा): कांग्रेस पंजाब की गुरदासपुर संसदीय सीट का उप चुनाव जीतकर काफी खुश हो रही थी लेकिन उसके बाद कांग्रेस के खेमे में सिर्फ मायूसी ही आई है, क्योंकि मणिपुर ग्राम पंचायत चुनाव नतीजे में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है।
खास बात यह है कि वहां पर भाजपा का कोई वजूद नहीं था। वहां भाजपा ने जिला परिषद चुनाव में सभी 6 सीट पर जीत दर्ज की है। मणिपुर में 5वें ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजे आए हैं। वैसे ये नतीजे अक्तूबर माह में आए थे लेकिन मणीपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 2 दिन पहले ट्वीट कर इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री व भाजपा के आला नेताओं से शेयर की है। भाजपा ने ग्रामीण क्षेत्रों में इन चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया है। इम्फाल वैस्ट, इम्फाल ईस्ट, बिश्नपुर, जीरीबाम, काकचिंग व थोउबाल में सफलता हासिल की है।
उक्त पंचायत चुनाव 60 जिला परिषद सदस्यों, 161 अध्यक्षों, 1513 वार्ड सदस्यों व इन जिलों के 14 सब डिवीजन के गठन के लिए करवाए गए। इन परिणामों से वहां पर कांग्रेस की 15 वर्ष की सत्ता समाप्त हो गई। मणिपुर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़े दल के तौर पर जीती थी, लेकिन भाजपा ने वहां पर गठबंधन के साथ दावा पेश किया। इस दावे में भाजपा को 32 और कांग्रेस के पास 27 विधायक वोट मिले थे। कांग्रेस के एक विधायक ने भाजपा ज्वायन कर ली थी लेकिन सरकार बनने के बाद 4 अन्य कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।