Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 11:52 AM
राज्यसभा मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने राज्य में पराली जलाने का मुद्दा आज राज्यसभा में उठाया है।
चंडीगढ़ (भुल्लर): राज्यसभा मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने राज्य में पराली जलाने का मुद्दा आज राज्यसभा में उठाया है। उन्होंने कहा कि पराली जलाए जाने की वजह से हाल ही में उत्तर भारत के राज्यों को ‘प्रदूषित धुंध’ (स्मॉग) की भीषण समस्या से दो चार होना पड़ा था।
बाजवा ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि मात्र 6 या 7 राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत के खर्च पर ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। बाजवा ने कहा कि नीति आयोग के अनुसार इस समस्या के समाधान पर 11,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा और केंद्र सरकार को यह राशि तत्काल जारी कर देनी चाहिए। यह राशि उतनी ही है जितनी 6 या 7 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों श्रीलंका के क्रिकेट खिलाडिय़ों ने भी प्रदूषण के चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खेलने से मना कर दिया था, जोकि ‘राष्ट्रीय शर्म’ की बात है और सरकार को इससे निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिएं। उन्होंने किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए 200 रुपए प्रति किं्वटल बोनस देने की भी मांग उठाई है।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने के साथ पैदा होने वाले प्रदूषण से बच्चों, बुजुर्गों आदि को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और वह बीमारियों की चपेट में आते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वातावरण की समस्या और लोगों के स्वास्थ्य को मद्देनजर रखते हुए वह किसानों को मुआवजा देकर पराली को प्रयोग में लाने के लिए अहम कदम उठाए।