Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 09:48 AM
अकाली-भाजपा सरकार के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जीवन गुजार रहे जिले के 1 लाख 99 हजार के करीब बी.पी.एल. उपभोक्ता पंजाब सरकार की योजना का लाभ उठा रहे थे।
होशियारपुर(अमरेन्द्र): अकाली-भाजपा सरकार के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जीवन गुजार रहे जिले के 1 लाख 99 हजार के करीब बी.पी.एल. उपभोक्ता पंजाब सरकार की योजना का लाभ उठा रहे थे।
राज्य में सरकार बदलते ही फर्जी बी.पी.एल. परिवारों की शिकायत मिलने पर री-वैरीफिकेशन करवाने का निश्चय किया था। अब पिछले 3 माह से चल रहा आटा-दाल री-वैरीफिकेशन सर्वे खत्म हो गया है। सर्वे में होशियारपुर जिले के 1 लाख 99 हजार लाभार्थियों में से 9 हजार के करीब परिवार अयोग्य यानी फर्जी पाए गए हैं। हालांकि डी.सी. विपुल उज्ज्वल ने इन्हें अभी भी फर्जी नहीं करार देते हुए कहा कि यदि इन्हें सर्वे रिपोर्ट पर संदेह है तो वे दोबारा सर्वे करवाने की शिकायत कर सकते हैं।
कोठियों में मिले बी.पी.एल. परिवार
पिछले 3 महीने से चल रहे री-वैरीफिकेशन सर्वे के दौरान काफी संख्या में लोग ऐसे मिले, जो कि गरीबी रेखा से काफी ऊपर रहते हैं मगर फिर भी उन्होंने खुद को बी.पी.एल. बताकर आटा-दाल स्कीम में रजिस्टर्ड करवा रखा था। यही नहीं, वैरीफिकेशन सर्वे के लिए गई टीम को कई लोग कोठियों में रहते हुए मिले, जिनके पास गाडिय़ां भी हैं मगर उन्होंने नीले कार्ड बनवा रखे थे। फूड एंड सिविल सप्लाई डिपार्टमैंट ने ये रिपोर्ट अपने मुख्यालय के जरिए मुख्य सचिव को भेज दी है। आटा-दाल और पैंशनर सर्वे की रिपोर्ट सरकार के पास जाएगी। अब फर्जी पाए गए लोगों के नाम स्कीम से बाहर हो सकते हैं।