Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 04:12 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने विधानसभा....
रूपनगर(विजय): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह को माफी मांगने के लिए कहा है। यहां के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री भट्टी साहिब में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक में आए प्रो. बडूंगर ने जम्मू-कश्मीर में पंजाबी भाषा को खत्म करने के प्रयासों पर कहा कि सरकार पंजाबी भाषा का पहले वाला रुतबा कायम रखे। इस दौरान धर्म का प्रचार करने के अलावा गुरुद्वारों के रख-रखाव तथा संभाल के एजैंडों पर चर्चा की गई।
प्रो. बडूंगर ने पिछले दिनों विधानसभा में दस्तार बेअदबी तथा महिला विधायक से बदसलूकी की घटना की निंदा करते हुए कहा कि इसके लिए विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह माफी मांगें। यह सब कुछ स्पीकर के आदेशों पर ही हुआ है। कांग्रेसी विधायक व अन्य नेता शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गुरुद्वारा साहिबान की जमीनों पर जबरदस्ती कब्जे करने लग पड़े हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एस.जी.पी.सी. से बात करें तथा माल विभाग में इन जमीनों का रिकार्ड चैक करने के बाद अपने नेताओं को रोकें। पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ भी शिरोमणि कमेटी के कार्यों पर टिप्पणी करने से बचें।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मोदी सरकार के उस फैसले का जोरदार विरोध किया है जिसमें कहा गया है कि अगर कोई भी व्यक्ति धार्मिक यात्रा पर पाकिस्तान जाता है तो वह अपनी सुरक्षा का खुद जिम्मेदार होगा। एस.जी.पी.सी. प्रधान कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि देश के बंटवारे के समय बहुत से धार्मिक स्थान पाकिस्तान में रह गए थे जिनसे सिखों की भावनाएं जुड़ी रही हैं। किसी भी देश का नागरिक अगर दूसरे देश में जाता है तो मूल स्थान के नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी केवल उसी सरकार की होती है। इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे व प्रधानमंत्री को इस ङ्क्षचता से अवगत करवाएंगे।