Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 12:37 PM
आशा वर्कर्ज व फै सिलीटेटर यूनियन ने जिला प्रधान सरबजीत कौर मचाकी के नेतृत्व में सिविल सर्जन दफ्तर के सामने धरना दिया। इस अवसर पर वक्तों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर गत 10 सालों से संघर्ष कर रही हैं परन्तु सरकार और विभाग की तरफ से उनकी मांगों को...
फरीदकोट(हाली): आशा वर्कर्ज व फै सिलीटेटर यूनियन ने जिला प्रधान सरबजीत कौर मचाकी के नेतृत्व में सिविल सर्जन दफ्तर के सामने धरना दिया। इस अवसर पर वक्तों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर गत 10 सालों से संघर्ष कर रही हैं परन्तु सरकार और विभाग की तरफ से उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के घरों तक पहुंचाने का काम वर्करों के बिना पूरा नहीं होता परन्तु पूरा महीना सख्त मेहनत करने के बावजूद उनको केवल 700-800 रुपए प्रति महीना ही नसीब होते हैं, जिससे उनके परिवारों का गुजारा नहीं हो पाता। ज्यादातर जिलों में अधिकारियों और अन्य स्टाफ की तरफ से वर्करों की अवैध छांटियां कर वर्करों को काम से निकाला जा रहा है।
उन्होंने मांग की कि आशा वर्करों को कम से कम उजरतों के कानून के अंतर्गत 7715 रुपए प्रति महीना वेतन, फैसिलीटेटर्ज को आंगनबाड़ी सुपरवाइजरों के बराबर स्केल, हर वर्कर का 2 लाख का मुफ्त बीमा किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि जिला स्तरीय धरने देने के बाद भी उनकी मांगों का निपटारा न किया गया तो जत्थेबंदी 7 सितम्बर को डायरैक्टर नैशनल हैल्थ मिशन पंजाब के दफ्तर चंडीगढ़ में प्रांत स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा।