Edited By Updated: 30 Dec, 2016 12:24 PM
चुनावों में अब कुछ ही समय रह गया है और राजनीतिक दलों की आपसी कशमकश बढ़ती जा रही है।
अमृतसर(कुमार): चुनावों में अब कुछ ही समय रह गया है और राजनीतिक दलों की आपसी कशमकश बढ़ती जा रही है। माझा में आम आदमी पार्टी का फोकस मजीठा पर है और इसके कन्वीनर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना फोकस पंजाब के कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर रखा है। इसका मुख्य कारण केजरीवाल की ओर से मजीठिया की नशे के कारोबार में संलिप्तता की बात कहे जाने के बाद मजीठिया की ओर से केजरीवाल पर मानहानि का मामला दर्ज करवाया जाना माना जा रहा है। इसी खुंदक के चलते अरविंद केजरीवाल हलका मजीठा में इतनी दिलचस्पी दिखा रहे है कि दिसम्बर माह में ही 2 बड़े आयोजन मजीठा में कर चुके हैं।
14 दिसम्बर को किया पहले प्रोग्राम
अरविंद केजरीवाल ने हलका मजीठा में 14 दिसम्बर को ‘माझा फतेह रैली’ के माध्यम से पंजाब भर से आप वालंटियरों को मजीठा में एकत्रित किया। इस दौरान उन्होंने ‘आप’ के लीगल सैल के चेयरमैन हिम्मत सिंह शेरगिल को यहां से प्रत्याशी घोषित किया, वहीं बिक्रम सिंह मजीठिया को वहां से हराने के लिए किसी प्रकार की कसर नहीं छोडऩे की भी अपील की। उसी की तर्ज पर आज अरविंद केजरीवाल ने हलका मजीठा में 40 कि.मी. का रोड शो करके हलके के प्रत्येक बड़े-छोटे कस्बे और कोने को छूने का प्रयास किया। एक महीने में 2 बड़े आयोजनों से यह साबित हो रहा है कि माझा के गढ़ मजीठा को जीतने में केजरीवाल शायद आगे भी मजीठा को फोकस कर सकते हैं। केजरीवाल की इन कार्यक्रमों में केवल एक ही फोकस रहता है बिक्रम सिंह मजीठिया।
मानहानि से शुरू हुई आपसी तनातनी
अरविंद केजरीवाल द्वारा बिक्रम सिंह मजीठिया को नशे के कारोबार में संलिप्त होने के गंभीर आरोपों के बाद बिक्रम सिंह मजीठिया ने अमृतसर की एक अदालत में केजरीवाल सहित संजय सिंह व आशीष खेतान पर मानहानि का मामला दर्ज करवा दिया। मामला तो दर्ज हो गया, वहीं अदालत की ओर से दी गई तारीख को ‘आप’ और ‘अकाली दल’ ने शक्ति प्रदर्शन किया। जहां मजीठिया हजारों समर्थकों के साथ तारीख पर पहुंचे वहीं केजरीवाल भी हजारों समर्थकों के साथ कोर्ट पहुंचे थे। हालात इतने गंभीर थे कि जिला प्रशासन को एक-एक करके दोनों को बुलाना पड़ा। यह सिलसिला यहीं नहीं रुका, आगामी तिथियों में भी दोनों कोर्ट में पहुंचते रहे और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते दिखे। इन दोनों नेताओं के मध्य की आपसी तनातनी इतनी बढ़ गई है कि दोनों बड़े नेता पंजाब में एक-दूसरे पर ही आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं।