Edited By Updated: 06 Dec, 2016 10:07 AM
रविवार को दुबई की अदालत द्वारा पाकिस्तानी लड़के की हत्या के आरोप में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद से पंजाब के 10 परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
होशियारपुर(अमरेन्द्र): रविवार को दुबई की अदालत द्वारा पाकिस्तानी लड़के की हत्या के आरोप में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद से पंजाब के 10 परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। इन 10 पंजाबी युवकों में शामिल होशियारपुर के हवेली का रहने वाले 23 वर्षीय युवक चंद्रशेखर भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की अपील
माहिलपुर के साथ लगते हवेली गांव में चंद्रशेखर के परिजनों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की कि उनका बेटा बेकसूर है अत: दुबई सरकार की सहायता से उनके बेटे चंद्रशेखर सहित सभी पंजाबी युवकों को कानूनी सहायता प्रदान कर सबकी जिंदगी बचा ली जाए। मेहनत मजदूरी कर घर चला रहे पिता मनजीत सिंह ने बताया कि चंद्रशेखर तो घर की गरीबी दूर करने के लिए दुबई गया था। उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि परिवार को आज यह दिन देखने को मिलेगा। उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारत सरकार इस मामले में कानूनी सहायता उपलब्ध करवा सभी पंजाबी युवकों को अदालत से रिहा करवाने में मदद जरूर करेगी।
क्या है मामला
माहिलपुर के गांव हवेली में चंद्रशेखर के पिता मनजीत सिंह, मां रणजीत कौर, छोटा भाई पलविन्दर और दोनों ही छोटी बहन कमलजीत कौर व दलजीत कौर ने रोते हुए बताया कि घर की गरीबी दूर करने के लिए चंद्रशेखर कर्ज लेकर 3 दिसम्बर 2014 को दुबई गया था। अगले ही दिन 4 दिसम्बर को दुबई के शहर अलायन पहुंच नौकरी पर भी लग गया था। इसी दौरान शराब के मामले को लेकर 2 गुटों में हुई झड़प के दौरान एक पाकिस्तानी युवक की मौत हो गई। पाकिस्तानी की मौत के बाद झगड़े में शामिल काफी संख्या में लड़के चंद्रशेखर के कमरे में पहुंच गए कि इसी बीच दुबई पुलिस ने मौके पर पहुंच सभी युवकों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। परिजनों के अनुसार उस झगड़े से चंद्रशेखर का कोई लेना-देना नहीं था। फिर भी दुबई पुलिस ने हत्या के केस में फंसाकर अब उसे फांसी की सजा दिलवा दी है।